जयपुर. एसीबी जयपुर नगर द्वितीय इकाई की ओर से गुरुवार को उत्तर पश्चिम रेलवे मंडल के सहायक मंडल इंजीनियर कार्यालय में ट्रैप की कार्रवाई में मुख्य कार्यालय अधीक्षक गोपाल प्रसाद मीणा को 1400 रुपए की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया (ACB Jaipur arrested accused in bribe case) है. यह रिश्वत राशि बकाया बिलों का भुगतान करने की एवज में ली गई थी.
डीजी एसीबी बीएल सोनी ने बताया कि परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में यह शिकायत दी थी कि मुख्य कार्यालय अधीक्षक बकाया बिलों के भुगतान करने की एवज में रिश्वत की मांग कर परेशान कर रहे हैं. जिस पर एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन किया और गुरुवार को ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए मुख्य कार्यालय अधीक्षक गोपाल प्रसाद मीणा को रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया. रिश्वतखोर ने परिवादी की संविदा पर जयपुर मंडल में चल रही बोलेरो गाड़ी के बकाया बिलों के भुगतान के एवज में रिश्वत की मांग की. मीणा के आवास और कार्यालय पर एसीबी की टीम सर्च की कार्रवाई को अंजाम दे रही है. इसके साथ ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान शुरू किया गया है.
एसीबी ने किए 5 ट्रैप: प्रदेश में एसीबी टीम ने गुरुवार को ट्रैप की पांच कार्रवाईयों को अंजाम दिया है. एसीबी की स्पेशल यूनिट द्वितीय ने जयपुर में 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामवतार गुप्ता को गिरफ्तार किया. वहीं एसीबी की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट ने दौसा में कार्रवाई करते हुए पुलिस कांस्टेबल जगदीश मीणा को 1 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया. एसीबी बूंदी इकाई ने डाबी जेवीवीएनएल कनिष्ठ अभियंता कार्यालय में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए कनिष्ठ अभियंता राम अवतार और लाइनमैन ज्ञानस्वरूप को 5 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया. एसीबी हनुमानगढ़ इकाई ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कनिष्ठ लेखाकार कमल असीजा को 15 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया. साथ ही घूस लेने के मामले में उत्तर पश्चिम रेलवे मंडल के मुख्य कार्यालय अधीक्षक गोपाल प्रसाद मीणा को गिरफ्तार किया.