जयपुर. सरकार पर शिक्षा विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च भी निकाला.
इस दौरान कई कार्यकर्ता विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार के पास बने पिलर्स पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी की. विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस जाब्ता तैनात रहा. वहीं, पीजी के प्रवेश के लिए 20 फीसदी सीट बढ़ाने और दोबारा पीजी करने के लिए 60 फीसदी अंक की अनिवार्यता हटाने और छात्रसंघ पदाधिकारियों की ओर से पेश किए गए 11.60 लाख रुपए के बिलों पर रोक लगाने की मांग को लेकर एबीवीपी लगातार आंदोलन कर रही है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री होशियार मीणा का कहना है कि स्नातकोत्तर की सीट 20 फीसदी बढ़ाने, मार्च 2020 से 19 जनवरी 2021 तक का छात्रावासी छात्रों का एचआरए वापस करने, विवि में व्यक्ति एक पोस्ट का नियम लागू करने, सभी हॉस्टल्स खोलने, यूजी, पीजी में सीट रिक्त होने पर प्रवेश प्रक्रिया खोलने, दोबारा पीजी करने पर 60 फीसदी अंक की अनिवार्यता हटाने, छात्रसंघ की ओर से पेश 11.60 लाख रुपए के बिलों पर रोक लगाने, खराब प्रिंट वाली अंकतालिकाओं को दोबारा प्रिंट करवाने और रिजल्ट जारी करने में पारदर्शिता लाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया है.
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इसके साथ ही उन्होंने ऑनलाइन क्लास के वीडियो अपलोड करने के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप विवि प्रशासन पर लगाया और रिसर्च कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर करने की मांग की है. एबीवीपी के प्रांत मंत्री होशियार मीणा का कहना है कि जल्द इन समस्याओं का समाधान कर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो उन्होंने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.