जयपुर. गोवंश में लंपी वायरस फैलता जा रहा है. प्रदेश में हर दिन करीब 1200 गोवंश काल का ग्रास बन रहे हैं. आलम ये है कि संक्रमित पशु खुले में घूम रहे हैं, इससे दूसरे पशुओं में भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है. इस बीच राज्य सरकार पर हाथ पर हाथ धरे बैठने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गाय के साथ पहुंचकर गोपालन विभाग मंत्री प्रमोद जैन भाया के घर का घेराव (ABVP protest in front of Gopalan Minister) किया. साथ ही लंपी को महामारी घोषित करते हुए गायों के समय पर टीका और दवाई उपलब्ध कराने के लिए टोल फ्री नंबर जारी करने और पशु चिकित्सालय तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त वाहनों की संख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने की मांग की.
प्रदेश में लंपी वायरस से गोवंश के मौत का आंकड़ा 50 हजार के पार जा पहुंचा है. एबीवीपी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लंपी महामारी को गंभीरता से नहीं लेने के कारण ये विकराल रूप ले रही है. एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री हुशयार मीणा ने कहा कि गाय बोल नहीं सकती और अपने दर्द को बयान नहीं कर सकती. इस गाय की आवाज बनकर एबीवीपी के कार्यकर्ता आज प्रमोद जैन भाया के घर पहुंचे और लंपी को महामारी घोषित करने की मांग की. उन्होंने गाय को समय पर टीका, दवाइयां मिलने और एक टोल फ्री नंबर सरकार की ओर से हर तहसील में तय करने की मांग (demand of toll free number for lumpy) की. ताकि वाहन से गाय को पशु चिकित्सालय पहुंचाया जा सके. मीणा ने कहा कि आज हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं. पशुपालक और किसानों का प्रमुख आजीविका स्रोत गौ पालन है. गायों की मौत से इन पशुपालकों पर भी बड़ा प्रभाव पड़ा है.
एबीपीपी ने कहा कि आज सरकार गायों की ओर ध्यान नहीं दे रही है. जिसके कारण ये लंपी महामारी विकराल रूप धारण कर रही है. ऐसे में उन्होंने सरकार से इस ओर ध्यान देने की मांग की. मंत्री प्रमोद जैन भाया के घर पर प्रदर्शन में राजस्थान विश्वविद्यालय महासचिव अरविंद जाजड़ा, प्रांत मंत्री स्वराज अमन, इकाई अध्यक्ष भरत भूषण यादव, इकाई सचिव महेंद्र चौधरी, विभाग संयोजक राजेंद्र प्रजापत, राहुल मीणा, रोहित मीणा, देव पलसानिया, मनु दाधीच और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे.