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Panchang 24 September : जानें शुभ मुहूर्त, तिथि और ग्रह-नक्षत्र की चाल, आज बन रहा ये संयोग - shubh choghadiya today

आज का पंचांग 24 सितंबर 2021 (Aaj ka Panchang 24 सितंबर) शुक्रवार दिन, शुभ मास-आश्विन मास कृष्ण पक्ष. कोई भी कार्य करने से पहले जानें आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त (Subh Muhurat) और अशुभ समय (Rahukal).

Hindu Calendar, Aaj Ka Panchang 24 September
Panchang 24 September
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Published : Sep 24, 2021, 7:24 AM IST

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) : आज दिनांक 24 सितंबर 2021 वार शुक्रवार है. हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास का कृष्ण पक्ष चल रहा है. आज शुभ तिथि तृतीया जया संज्ञक तिथि प्रातः 8 बजकर 30 मिनट तक तत्पश्चात चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि आरम्भ.

तृतीया तिथि का महत्व : तृतीया तिथि में सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य, विवाह, प्रतिष्ठा, अन्नप्राशन, यज्ञोपवीत, उत्सव, यज्ञादि कार्य विशेष शुभ माने जाते हैं. तृतीया तिथि में जन्मे जातक प्रमादी, धनवान, बुद्धिवान, भाग्यवान और पराक्रमी होते हैं.

पढ़ें- संकष्टी चतुर्थी : गणेश जी को ऐसे करें प्रसन्न, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

शुभ नक्षत्र (Nakshatra) : शुभ नक्षत्र-अश्विनी 'क्षिप्र' संज्ञक नक्षत्र प्रातः 8 बजकर 54 मिनट तक तत्पश्चात भरणी नक्षत्र रहेगा. अश्विनी नक्षत्र में विवाह, यात्रा, विद्या इत्यादि कार्य सिद्ध होते हैं. अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, सरल स्वाभाव वाला, साहसी, प्रसिद्ध, सुन्दर, धनवान और बुद्धिमान होता है. अश्विनी नक्षत्र गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र है. अतः इस नक्षत्र में जन्मे जातकों को मूल शांति करवा लेनी चाहिए.

चन्द्रमा की स्थिति (Moon) : चन्द्रमा संपूर्ण दिन मेष राशि में संचार करेगा.

व्रतोत्सव (Vratotsav) : चतुर्थी तिथि और भरनी का श्राद्ध, चतुर्थी व्रत

राहुकाल (Rahukal) : प्रातः 10.30 बजे से 12 बजे तक.

दिशाशूल : शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से जौ खा कर निकलें.

आज के शुभ चौघड़िये : सूर्योदय से पूर्वाह्न 10.49 तक लाभ, अमृत का, दोपहर 12.19 मिनट से 1:49 तक शुभ का, सायं 4:48 से सूर्यास्त तक चर का चौघड़िया.

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) : आज दिनांक 24 सितंबर 2021 वार शुक्रवार है. हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास का कृष्ण पक्ष चल रहा है. आज शुभ तिथि तृतीया जया संज्ञक तिथि प्रातः 8 बजकर 30 मिनट तक तत्पश्चात चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि आरम्भ.

तृतीया तिथि का महत्व : तृतीया तिथि में सभी प्रकार के शुभ और मांगलिक कार्य, विवाह, प्रतिष्ठा, अन्नप्राशन, यज्ञोपवीत, उत्सव, यज्ञादि कार्य विशेष शुभ माने जाते हैं. तृतीया तिथि में जन्मे जातक प्रमादी, धनवान, बुद्धिवान, भाग्यवान और पराक्रमी होते हैं.

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शुभ नक्षत्र (Nakshatra) : शुभ नक्षत्र-अश्विनी 'क्षिप्र' संज्ञक नक्षत्र प्रातः 8 बजकर 54 मिनट तक तत्पश्चात भरणी नक्षत्र रहेगा. अश्विनी नक्षत्र में विवाह, यात्रा, विद्या इत्यादि कार्य सिद्ध होते हैं. अश्विनी नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक धनी, सरल स्वाभाव वाला, साहसी, प्रसिद्ध, सुन्दर, धनवान और बुद्धिमान होता है. अश्विनी नक्षत्र गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र है. अतः इस नक्षत्र में जन्मे जातकों को मूल शांति करवा लेनी चाहिए.

चन्द्रमा की स्थिति (Moon) : चन्द्रमा संपूर्ण दिन मेष राशि में संचार करेगा.

व्रतोत्सव (Vratotsav) : चतुर्थी तिथि और भरनी का श्राद्ध, चतुर्थी व्रत

राहुकाल (Rahukal) : प्रातः 10.30 बजे से 12 बजे तक.

दिशाशूल : शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहता है. यात्रा को सफल बनाने लिए घर से जौ खा कर निकलें.

आज के शुभ चौघड़िये : सूर्योदय से पूर्वाह्न 10.49 तक लाभ, अमृत का, दोपहर 12.19 मिनट से 1:49 तक शुभ का, सायं 4:48 से सूर्यास्त तक चर का चौघड़िया.

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