जयपुर. प्रदेश के किसानों को अब अपने खेतों की सिंचाई व अन्य कार्य के लिए दिन में भी बिजली मिल पाएगी. डिस्कॉम और विद्युत प्रसारण निगम ने इसकी कवायद शुरू कर दी है. इसके तहत 15 जिलों में अलग से एग्रीकल्चर फीडर बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है, जबकि आगामी 31 मार्च 2021 तक प्रदेश के 16 जिलों में बिजली सप्लाई का नया तंत्र भी तैयार हो जाएगा. इससे किसानों को दिन में खेती कार्य के लिए बिजली मिल सकेगी.
दरअसल मौजूदा कृषि कनेक्शन से किसानों को तीन अलग-अलग ब्लॉक में बिजली सप्लाई की जाती है. इसमें रात का भी ब्लॉक शामिल है. ऐसे में जब कड़ाके की ठंड में अन्नदाता रात के समय खेतों को पानी देने जाता है, लेकिन नए साल से प्रदेश के 16 जिलों के किसानों को इस दुविधा से नहीं जूझना पड़ेगा. डिस्कॉम इसके लिए अलग से कृषि फीडर तैयार कर रहा है, जिसका काम शुरू हो चुका है.
इसके पहले चरण में अजमेर, प्रतापगढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, पाली, सिरोही, जालौर, कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर में इसका काम पूरा हो गया है. वहीं जैसलमेर में आगामी 31 मार्च 2021 तक अलग से कृषि फीडर बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. ऊर्जा मंत्री के अनुसार 3 चरणों में सभी 33 जिलों में साल 2022-23 तक एग्रीकल्चर फीड बनाने का काम पूर्ण कर लिया जाएगा.
पढ़ें- राजस्थान को 18 सड़क परियोजनाओं की सौगात...
ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला के अनुसार इस विद्युत तंत्र को तैयार करने के लिए तीनों डिस्कॉम क्षेत्र में 1241 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. वहीं विद्युत प्रसारण तंत्र को मजबूत करने के लिए 1224 करोड पर खर्च होंगे. इसी तरह साल 2022 यानी अगले विधानसभा चुनाव के अंत तक इस काम पर कुल 2465 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों को दिन में भी भरपूर बिजली देने का वादा अपने बजट में किया था और अब धीरे-धीरे समय के साथ यह साकार होने की तरफ बढ़ रहा है.