नई दिल्लीः बरसात के दिनों में राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं. इससे हर साल सैकड़ों लोगों की मौत भी होती है. ऐसे में अब डेंगू को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, देश में डेंगू की वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है. इस डेंगू ऑल वैक्सीन को पैनेसिया बायोटेक और आईसीएमआर ने मिलकर बनाया है. इसका यह तीसरे चरण का ट्रायल अब मनुष्यों पर किया जाना है.
ट्रायल की ट्रेनिंग के लिए आईसीएमआर व नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की टीम आरएमएल के डॉक्टरों के साथ अस्पताल में मौजूद रही. इसके बाद वैक्सीन देने के लिए लोगों की स्क्रीनिंग शुरू हुई. फिर उन्हें वैक्सीन भी दी गई. इसके बाद अगर ये सफल हो जाता है तो डेंगू से बचाने के लिए कोरोना की तरह ही लोगों को वैक्सीन देनी शुरू हो जाएगी. इसके बाद डेंगू से डरने की जरूरत नहीं होगी.
जानकारी के अनुसार, देश भर के 19 सेंटरों पर 10 हजार से ज्यादा लोगों को यह वैक्सीन लगाकर ट्रायल किया जाएगा. एक सेंटर पर करीब 545 लोगों को यह वैक्सीन लगाई जाएगी. इनमें से एक सेंटर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल को भी बनाया गया है. अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर अजय शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा अस्पताल में इस ट्रायल की मंजूरी दी गई है. अस्पताल में कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. नीलम रॉय को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
ट्रायल में शामिल किए गए हैं इस आयु वर्ग के लोग: डॉ. नीलम रॉय ने बताया कि तीसरे चरण के ट्रायल में 70 प्रतिशत लोग 18 से 45 साल के लोग शामिल किए गए हैं. साथ ही 30 प्रतिशत लोग 45 साल से अधिक उम्र के शामिल किए गए हैं. डेंगू वैक्सीन के लिए स्ट्रेन अमेरिका के एनआईएच से लाया गया है और यहां रिसर्च और डेटा का विश्लेषण किया गया है.
दो साल तक निगरानी में रखे जाएंगे ट्रालय वाले लोग: डॉ. नीलम ने बताया कि जिन लोगों को अभी ट्रायल के लिए डेंगू ऑल वैक्सीन दी जाएगी, उन्हें दो साल तक निगरानी में रखा जाएगा. यह वैक्सीन डेंगू के चारों तरह के स्ट्रेन पर असरदार पाई गई है इसलिए इसको डेंगू ऑल वैक्सीन नाम दिया गया है. अब इसका मानव ट्रायल में सफल होना बाकी है.
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