ETV Bharat / state

बजट 2025: हर जिले में बनेगा डे-केयर कैंसर सेंटर, जीवन रक्षक दवाएं होंगी सस्ती; केंद्रीय वित्त मंत्री का एलान - HEALTH BUDGET 2025

जिला स्तर पर कैंसर के इलाज की सुविधा मिलने से मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत, बड़े शहरों में भागने से मिलेगा छुटकारा

केंद्रीय वित्त मंत्री का बड़ा एलान
केंद्रीय वित्त मंत्री का बड़ा एलान (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 1, 2025, 7:57 PM IST

Updated : Feb 1, 2025, 8:46 PM IST

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को केंद्रीय बजट पेश किया. इसमें स्वास्थ्य सेवा में व्यापक सुधार के लिए सरकार ने कई घोषणाएं की. इनमें मेडिकल सीटों की संख्या बढ़ाने से लेकर कैंसर के इलाज तक की सुविधा जिला स्तर पर विकसित करने की घोषणा की गई है. इन घोषणाओं को लेकर कैलाश दीपक अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर राहुल सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा कैंसर मरीजों के लिए की गई घोषणा सराहनीय है. देश में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इनमें ब्रेस्ट कैंसर के मामलों की संख्या सबसे ज्यादा है.

डॉक्टर राहुल ने कहा कि जैसा कि सरकार ने कहा है कि जिला स्तर पर कैंसर के मरीजों के लिए डे केयर की सुविधा उपलब्ध कराएंगे. इस डे केयर का मतलब है कि कीमोथेरेपी की सुविधा जिला स्तर पर मरीजों को मिलेगी. इससे कैंसर के मरीजों को बहुत बड़ी राहत होगी, क्योंकि कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी एक प्रमुख ट्रीटमेंट में से एक है. इनमें से ब्रेस्ट कैंसर की मरीज को सबसे ज्यादा कीमोथेरेपी की जरूरत पड़ती है. इसलिए अगर ये सुविधा जिला स्तर पर मिलेगी तो इससे दिल्ली या दूसरे बड़े शहरों की ओर मरीजों को नहीं भागना पड़ेगा. इससे उनके आने-जाने का खर्च और बड़े शहरों में रुकने की समस्या भी सॉल्व हो जाएगी. साथ ही घर के नजदीक इलाज मिलने से मरीजों को एक सुकून रहेगा.

वहीं, रोहिणी स्थित राजीव गांधी कैंसर संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र के सीईओ डी. एस. नेगी ने कहा कि बजट में अगले तीन वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर केंद्रों की स्थापना की घोषणा एक महत्वपूर्ण कदम है. वर्ष 2025-26 में ही 200 नए केंद्रों की स्थापना से कैंसर का इलाज अधिक सुलभ और खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों के लिए काफी राहत भरा होगा.

कैंसर के इलाज की सुविधा मिलने से मरीजों को बड़ी राहत (ETV BHARAT)

मेडिकल ढांचे को मिलेंगी मजबूत: डी. एस. नेगी ने कहा कि इसके अलावा अगले पांच वर्षों में 75,000 नए मेडिकल सीटों की बढ़ोतरी और वित्त वर्ष 2025-26 में 10,000 अतिरिक्त सीटों की घोषणा देश में मेडिकल ढांचे को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है. मेडिकल शिक्षा के अवसरों में ये बड़ा विस्तार स्वास्थ्यकर्मियों की बढ़ती मांग को पूरा करेगा और विशेष रूप से पिछड़े क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराएगा. इससे वर्तमान डॉक्टरों की जनसंख्या अनुपात एक डॉक्टर पर 1263 मरीज में सुधार होगा और भारत 2030 तक डब्ल्यूएचओ के एक डॉक्टर पर एक हजार मरीज के मानक को पूरा कर सकेगा.

जीवन रक्षक दवांए होगी सस्ती: सर गंगाराम अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर अजय स्वरूप ने कहा कि बजट में 36 जीवन रक्षक दवाओं (जिसमें कुछ कैंसर की दवाएं भी शामिल हैं) पर बेसिक कस्टम ड्यूटी शून्य करने और छह अन्य जीवनरक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी 5% करने से इलाज की लागत में भारी कमी आएगी, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके अलावा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने से आधुनिक तकनीक को अपनाने में मदद मिलेगी, जिससे मरीजों को व्यापक रूप से लाभ मिलेगा.

ये भी पढ़ें:

  1. आम बजट में दिल्ली के लिए नहीं हुआ कोई ऐलान, जानिए क्यों ?
  2. बजट से मिडिल क्लास को राहत, जानिए - दिल्ली के मतदाताओं का क्या है रूझान?

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को केंद्रीय बजट पेश किया. इसमें स्वास्थ्य सेवा में व्यापक सुधार के लिए सरकार ने कई घोषणाएं की. इनमें मेडिकल सीटों की संख्या बढ़ाने से लेकर कैंसर के इलाज तक की सुविधा जिला स्तर पर विकसित करने की घोषणा की गई है. इन घोषणाओं को लेकर कैलाश दीपक अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर राहुल सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा कैंसर मरीजों के लिए की गई घोषणा सराहनीय है. देश में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इनमें ब्रेस्ट कैंसर के मामलों की संख्या सबसे ज्यादा है.

डॉक्टर राहुल ने कहा कि जैसा कि सरकार ने कहा है कि जिला स्तर पर कैंसर के मरीजों के लिए डे केयर की सुविधा उपलब्ध कराएंगे. इस डे केयर का मतलब है कि कीमोथेरेपी की सुविधा जिला स्तर पर मरीजों को मिलेगी. इससे कैंसर के मरीजों को बहुत बड़ी राहत होगी, क्योंकि कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी एक प्रमुख ट्रीटमेंट में से एक है. इनमें से ब्रेस्ट कैंसर की मरीज को सबसे ज्यादा कीमोथेरेपी की जरूरत पड़ती है. इसलिए अगर ये सुविधा जिला स्तर पर मिलेगी तो इससे दिल्ली या दूसरे बड़े शहरों की ओर मरीजों को नहीं भागना पड़ेगा. इससे उनके आने-जाने का खर्च और बड़े शहरों में रुकने की समस्या भी सॉल्व हो जाएगी. साथ ही घर के नजदीक इलाज मिलने से मरीजों को एक सुकून रहेगा.

वहीं, रोहिणी स्थित राजीव गांधी कैंसर संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र के सीईओ डी. एस. नेगी ने कहा कि बजट में अगले तीन वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर केंद्रों की स्थापना की घोषणा एक महत्वपूर्ण कदम है. वर्ष 2025-26 में ही 200 नए केंद्रों की स्थापना से कैंसर का इलाज अधिक सुलभ और खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों के लिए काफी राहत भरा होगा.

कैंसर के इलाज की सुविधा मिलने से मरीजों को बड़ी राहत (ETV BHARAT)

मेडिकल ढांचे को मिलेंगी मजबूत: डी. एस. नेगी ने कहा कि इसके अलावा अगले पांच वर्षों में 75,000 नए मेडिकल सीटों की बढ़ोतरी और वित्त वर्ष 2025-26 में 10,000 अतिरिक्त सीटों की घोषणा देश में मेडिकल ढांचे को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है. मेडिकल शिक्षा के अवसरों में ये बड़ा विस्तार स्वास्थ्यकर्मियों की बढ़ती मांग को पूरा करेगा और विशेष रूप से पिछड़े क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराएगा. इससे वर्तमान डॉक्टरों की जनसंख्या अनुपात एक डॉक्टर पर 1263 मरीज में सुधार होगा और भारत 2030 तक डब्ल्यूएचओ के एक डॉक्टर पर एक हजार मरीज के मानक को पूरा कर सकेगा.

जीवन रक्षक दवांए होगी सस्ती: सर गंगाराम अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर अजय स्वरूप ने कहा कि बजट में 36 जीवन रक्षक दवाओं (जिसमें कुछ कैंसर की दवाएं भी शामिल हैं) पर बेसिक कस्टम ड्यूटी शून्य करने और छह अन्य जीवनरक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी 5% करने से इलाज की लागत में भारी कमी आएगी, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. इसके अलावा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने से आधुनिक तकनीक को अपनाने में मदद मिलेगी, जिससे मरीजों को व्यापक रूप से लाभ मिलेगा.

ये भी पढ़ें:

  1. आम बजट में दिल्ली के लिए नहीं हुआ कोई ऐलान, जानिए क्यों ?
  2. बजट से मिडिल क्लास को राहत, जानिए - दिल्ली के मतदाताओं का क्या है रूझान?
Last Updated : Feb 1, 2025, 8:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.