जयपुर. राजधानी जयपुर के 33 थाना इलाकों में पूर्ण या आंशिक कर्फ्यू लागू किया गया है. कर्फ्यू क्षेत्रों में पुलिस के अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं. कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में लोगों की आवाजाही को पूर्णतया प्रतिबंधित किया गया है.
जयपुर शहर में लॉकडाउन की पालना के लिए 566 स्थानों पर बैरिकेड लगाकर पुलिस द्वारा नाकाबंदी की जा रही है. अनावश्यक और बिना कारण घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है.
ड्रोन कैमरे से निगरानी
कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की पूर्णतया पालना के लिए ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी की जा रही है. खाद्य आपूर्ति वितरण केंद्रों, आवश्यक वस्तुओं की दुकानों, डेयरी बूथों और दवाओं की दुकानों पर सामाजिक दूरी की निगरानी भी ड्रोन कैमरा से हो रही है. ड्रोन कैमरे की रिकॉर्डिंग के आधार पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर राउंड द क्लॉक पुलिस बल नियोजित
कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों की ट्रेवल्स हिस्ट्री और उनके संपर्क में आए लोगों को 8 क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रखा गया है. सभी क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर राउंड द क्लॉक पुलिस बल नियोजित किया गया है. क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर तैनात पुलिस बल का घर या थाने पर आना-जाना पूर्णतया निषेध है.
आरएसी पुलिस बल तैनात
जयपुर शहर में क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर आरएसी पुलिस बल तैनात किया गया है. जयपुर शहर में स्थापित शेल्टर होम में भारी राज्यों या जिलों से पलायन कर आ रहे 26 मजदूरों को ठहराया गया है. जयपुर शहर में सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना संक्रमण की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी जयपुर पुलिस की सख्त निगरानी है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ जयपुर पुलिस की सोशल मीडिया सेल और साइबर ब्रांच द्वारा निरंतर साइबर पेट्रोलिंग के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है.
कोरोना के संबंध में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के मामलों में 18 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 11 मामले भी दर्ज किए गए हैं. साइबर पेट्रोलिंग के तहत चिन्हित असामाजिक तत्वों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी.