जयपुर. राजधानी में बाल श्रम के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. एक के बाद एक बाल श्रम के मामले सामने आ रहे हैं. नन्हे-मुन्ने बच्चों को लालच देकर दूसरे राज्यों से जयपुर लाकर बाल मजदूरी करवाई जा रही है. जयपुर की भट्टा बस्ती थाना पुलिस ने सोमवार को समरस भारत सेवा संस्थान के सहयोग से 9 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है.
बाल श्रम करवाने के मामले में तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपी मोहम्मद ताहिर, विजय और अनुज को गिरफ्तार किया है. समरस भारत सेवा संस्थान के निदेशक देवेंद्र शर्मा के मुताबिक संस्थान के कार्यकर्ताओं ने नन्हें-मुन्ने बच्चों की तस्करी करके उनसे बाल मजदूरी करवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है.
मानव तस्करी विरोधी यूनिट नॉर्थ टीम के साथ भट्टा बस्ती थाना पुलिस के सहयोग से 9 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया है. चाइल्ड लाइन की सूचना पर संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ भट्टा बस्ती थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जहां 9 बाल श्रमिक काम करते हुए पाए गए. सभी बच्चे जिला समस्तीपुर और नालंदा बिहार के रहने वाले हैं.
मासूम बच्चों से चूड़ी कारखाने में काम करवाया जा रहा था. बच्चों को अन्य राज्यों से लालच देकर जयपुर लाया गया था और कारखाने में 15 घंटे काम करवाया जा रहा था. बच्चों को कारखाने से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता था. बच्चों को समय पर भोजन भी नहीं दिया जा रहा था. कारखाना मालिक काफी समय से इन नन्हे-मुन्ने बच्चों से काम करवा रहा था. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख और एडिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. फिलहाल, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच-पड़ताल में जुटी हुई है.