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राजधानी को जाम से निजात दिलाने की हो रही तैयारी, ई-रिक्शा के लिए बनाए गए 8 जोन

राजधानी में ई-रिक्शा के लिए 8 जोन बनाए गए. इसके साथ ही अब प्रत्येक जोन में अलग-अलग कलर कोड के साथ ई-रिक्शा का संचालन होगा. सभी के लिए परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनाना भी शुरू कर दिया है.

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ई-रिक्शा के लिए बनाया गया 8 जोन
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Published : Jan 13, 2020, 7:22 PM IST

जयपुर. पिंक सिटी में ई-रिक्शा से लगने वाले जाम से अब वाहन चालकों को जल्द ही निजात मिलने वाला है. इसके लिए परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा को जयपुर के 8 जोन में विभाजित कर दिया है. दरअसल, नगर निगम में ई-रिक्शा अपने मनमाने तरीके से खड़े होने की वजह से जाम के हालात बन जाते थे. इस समस्या को देखते हुए परिवहन विभाग की ओर से प्रभावी कार्रवाई करते हुए ई-रिक्शा संचालकों को अपने-अपने जोन में चलने के लिए उनके लाइसेंस भी बनाए जा रहे हैं. ताकि पिंक सिटी, जाम सिटी का रूप नहीं ले सके.

ई-रिक्शा के लिए बनाया गया 8 जोन

बता दें कि जेडीए और परिवहन आयुक्त की बैठक में ई-रिक्शा संचालकों को अलग-अलग जोन में बांटने का निर्णय लिया गया था. इसके तहत जयपुर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी आरटीओ राजेंद्र वर्मा ने कार्रवाई करते हुए शहर के 8 जोन में ई-रिक्शा संचालकों को बांटने का काम कर दिया है. हर जोन में ई-रिक्शा के लिए कलर कोड डिसाइड कर दिया गया है. उसी कलर कोड के हिसाब से कौन सा रिक्शा कौन से जोन में चलेगा, यह तय किया जाएगा.

पढ़ें- जयपुरः सर्दी से बचाव के लिए जलाई गई अंगीठी बनी दंपति की मौत का कारण

इसके साथ ही अन्य कलर कोड के रिक्शा के अन्य जोन में जाने पर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए परिवहन विभाग ने सभी ई-रिक्शा संचालकों को लाइसेंस बनाने भी शुरू कर दिए हैं. सभी ई-रिक्शा संचालक परिवहन विभाग में जाकर लाइसेंस बनवा सकते हैं अन्यथा विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी. वहीं बिना लाइसेंस के रिक्शा चलाने पर भी कार्रवाई की जाएगी. हर जोन में 3000 ई-रिक्शा चलेंगे, जिससे जाम के हालात भी नहीं बनेंगे और यातायात भी सुचारू रूप से संचालित होता रहेगा.

फिलहाल, शहर में करीब 13000 से अधिक रिक्शा चलाए जा रहे हैं. इन ई-रिक्शों को 8 जोन में बांटा गया हैं. साथ ही परिवहन विभाग ने बनाए गए नए जोन में मेट्रो जोन भी बनाया है. उसके लिए भी कलर कोड की पट्टी बनाई गई है, जो हर एक ई-रिक्शा पर चिपकाई जाएगी. इसके साथ ही हर रिक्शा की पहचान होगी, कि यह किस जोन से संचालित हो रही है.

इसके लिए सभी ई-रिक्शा संचालकों से परिवहन विभाग समझाइस पर लाइसेंस बनाने की अपील भी कर रहा है अन्यथा परिवहन विभाग दिए गए समयावधि के बाद कार्रवाई करेगा और जयपुर शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए अब कवायद भी तेज हो गई है.

पढ़ें- 26 जनवरी को लेकर जयपुर एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट, यात्रियों से की गई 2-3 घंटे पहले आने की अपील

वहीं, जयपुर शहर में अधिकतर लोगों की शिकायत होती है कि ई-रिक्शा मनमाने रूप से जहां चाहे झुंड की तरह रोक कर जाम के हालात पैदा कर रहे हैं. इससे ट्रैफिक पुलिस को भी हटाने में मशक्कत करनी पड़ती है. इस समस्या को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग जोनवार कर जाम की स्थिति को दूर करने जा रहा है, जिससे वाहनों के संचालन में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो.

जयपुर. पिंक सिटी में ई-रिक्शा से लगने वाले जाम से अब वाहन चालकों को जल्द ही निजात मिलने वाला है. इसके लिए परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा को जयपुर के 8 जोन में विभाजित कर दिया है. दरअसल, नगर निगम में ई-रिक्शा अपने मनमाने तरीके से खड़े होने की वजह से जाम के हालात बन जाते थे. इस समस्या को देखते हुए परिवहन विभाग की ओर से प्रभावी कार्रवाई करते हुए ई-रिक्शा संचालकों को अपने-अपने जोन में चलने के लिए उनके लाइसेंस भी बनाए जा रहे हैं. ताकि पिंक सिटी, जाम सिटी का रूप नहीं ले सके.

ई-रिक्शा के लिए बनाया गया 8 जोन

बता दें कि जेडीए और परिवहन आयुक्त की बैठक में ई-रिक्शा संचालकों को अलग-अलग जोन में बांटने का निर्णय लिया गया था. इसके तहत जयपुर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी आरटीओ राजेंद्र वर्मा ने कार्रवाई करते हुए शहर के 8 जोन में ई-रिक्शा संचालकों को बांटने का काम कर दिया है. हर जोन में ई-रिक्शा के लिए कलर कोड डिसाइड कर दिया गया है. उसी कलर कोड के हिसाब से कौन सा रिक्शा कौन से जोन में चलेगा, यह तय किया जाएगा.

पढ़ें- जयपुरः सर्दी से बचाव के लिए जलाई गई अंगीठी बनी दंपति की मौत का कारण

इसके साथ ही अन्य कलर कोड के रिक्शा के अन्य जोन में जाने पर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए परिवहन विभाग ने सभी ई-रिक्शा संचालकों को लाइसेंस बनाने भी शुरू कर दिए हैं. सभी ई-रिक्शा संचालक परिवहन विभाग में जाकर लाइसेंस बनवा सकते हैं अन्यथा विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी. वहीं बिना लाइसेंस के रिक्शा चलाने पर भी कार्रवाई की जाएगी. हर जोन में 3000 ई-रिक्शा चलेंगे, जिससे जाम के हालात भी नहीं बनेंगे और यातायात भी सुचारू रूप से संचालित होता रहेगा.

फिलहाल, शहर में करीब 13000 से अधिक रिक्शा चलाए जा रहे हैं. इन ई-रिक्शों को 8 जोन में बांटा गया हैं. साथ ही परिवहन विभाग ने बनाए गए नए जोन में मेट्रो जोन भी बनाया है. उसके लिए भी कलर कोड की पट्टी बनाई गई है, जो हर एक ई-रिक्शा पर चिपकाई जाएगी. इसके साथ ही हर रिक्शा की पहचान होगी, कि यह किस जोन से संचालित हो रही है.

इसके लिए सभी ई-रिक्शा संचालकों से परिवहन विभाग समझाइस पर लाइसेंस बनाने की अपील भी कर रहा है अन्यथा परिवहन विभाग दिए गए समयावधि के बाद कार्रवाई करेगा और जयपुर शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए अब कवायद भी तेज हो गई है.

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वहीं, जयपुर शहर में अधिकतर लोगों की शिकायत होती है कि ई-रिक्शा मनमाने रूप से जहां चाहे झुंड की तरह रोक कर जाम के हालात पैदा कर रहे हैं. इससे ट्रैफिक पुलिस को भी हटाने में मशक्कत करनी पड़ती है. इस समस्या को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग जोनवार कर जाम की स्थिति को दूर करने जा रहा है, जिससे वाहनों के संचालन में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो.

Intro:जयपुर-- राजधानी जयपुर पिंक सिटी में ई-रिक्शा से लगने वाले जाम से वाहन चालकों को जल्द ही निजात मिलने वाला है, इसके लिए परिवहन विभाग में ई-रिक्शा को जयपुर के 8 ज़ोन में बांट दिया है, नगर निगम में ई-रिक्शा अपने मनमाने तरीके से खड़ी होने से जाम के हालात बन जाते थे , इस समस्या को देखते हुए परिवहन विभाग ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए ई रिक्शा संचालकों को अपने-अपने जोन में चलने के लिए भी लाइसेंस बनाए जा रहे हैं , ताकि पिंक सिटी जयपुर जाम सिटी नहीं बने.




Body:वीओ-- जेडीए और परिवहन आयुक्त की बैठक में ई-रिक्शा संचालकों को जोनवार बांटने का निर्णय लिया गया था, जयपुर प्रादेशिक परिवहन अधिकारी आरटीओ राजेंद्र वर्मा ने कार्रवाई करते हुए, जयपुर शहर के 8 जोन वार में ई-रिक्शा संचालकों को बांटने का काम कर दिया है, हर जोन में ई-रिक्शा के लिए कलर कोड डिसाइड कर दिया गया है , उसी कलर कोड कौन सा जोन में चलेगा अन्य कलर कोड के रिक्शा अन्य जोन में जाने पर कार्रवाई भी की जाएगी, इसके लिए परिवहन विभाग ने सभी ई रिक्शा संचालकों को लाइसेंस बनाने भी शुरू कर दिए हैं, सभी ई रिक्शा परिवहन विभाग लाइसेंस बनवा सकते हैं, अन्यथा विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी, बिना लाइसेंस के रिक्शा चलाने पर भी कार्रवाई की जाएगी , हर जोन में 3000 चलेंगे , जिससे जाम के हालात भी नहीं बनेंगे, यातायात सुचारू रूप से संचालित होता रहेगा,

वीओ 02- राजधानी जयपुर शहर में करीब 13000 से अधिक रिक्शा चलाए जा रहे हैं, इन ई-रिक्शों को 8 जोन में भाटी गए हैं, साथ ही परिवहन विभाग ने एक और नया जोन में मेट्रो जोन भी बनाया है, उसके लिए भी कलर कोड की पट्टी बनाई गई है, जो हर एक ईरिक्शा पर चिपकाए जाएगी, इसके साथ ही हर रिक्शा की पहचान होगी , कि यह किस जोन से संचालित है, इसके लिए सभी ई रिक्शा संचालकों से परिवहन विभाग समझाइस पर लाइसेंस बनाने की अपील भी कर रहा है, अन्यथा परिवहन विभाग समयावधि के बाद कार्रवाई करेगा और जयपुर शहर को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए अब कवायद भी तेज हो गई है,

वीओ 03- जयपुर शहर में अधिकतर लोगों की शिकायत होती है, कि ई रिक्शा मनमाने रूप से जहां चाहे झुंड की तरह रोक कर जाम के हालात पैदा कर रहे हैं , इससे ट्रैफिक पुलिस को भी हटाने में मशक्कत करनी पड़ती है, इससे समस्या को दुरुस्त करने के लिए परिवहन विभाग ने जोनवार कर जाम की स्थिति को दूर करने जा रहा है, जिससे वाहनों के संचालन में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो और लगातार वाहन चारदीवारी में चल सके.

बाइट- राजेन्द्र वर्मा ( rto जयपुर)


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