जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज की घोषणा के बाद जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इसके बाद सबसे अधिक परेशानी दवाओं की उपलब्धता को लेकर सामने आ रही है. मरीजों की संख्या के अनुपात में औषधि काउंटर कम होने के कारण समय पर दवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रहीं थीं. इस पर एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन (SMS Medical College) ने (74 new medicine counters) लाइफ लाइन ड्रग स्टोर और नए 74 डीडीसी (ड्रग डिस्ट्रिब्यूशन काउंटर) खोलने की तैयारी करनी है.
जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के अधीन आने वाले अस्पतालों में अब मरीजों को दवा के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन अपने अधीन आने वाले 10 अस्पतालों में 74 नए दवा काउंटर खोलने जा रहा है, ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को समय पर दवा उपलब्ध हो सके और मरीजों को दवा के लिए परेशान न होना पड़े. निशुल्क इलाज की व्यवस्था की घोषणा के बाद इन अस्पतालों में मरीजों की संख्या तकरीबन 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गई और दवा काउंटर पर लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं थीं जिसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने दवा काउंटर बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं.
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इसके तहत एसएमएस अस्पताल में 50, जेके लोन और जनाना अस्पताल में 1-1 ,कांवटियां अस्पताल में 5, गणगौरी अस्पताल में 5, सेठी कॉलोनी सेटेलाइट अस्पताल में 1, टीबी अस्पताल में 1, सेटलाइट बनीपार्क में 1, स्टेट कैंसर में 2 और सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में 7 दवा काउंटर खोले जाएंगे. मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि अक्टूबर माह के अंत तक अस्पतालों में यह दवा काउंटर बनकर तैयार होने के साथ दवाएं मिलनी भी शुरू हो जाएंगी.
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लाइफ लाइन काउंटर फिर शुरू होंगे
मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि निशुल्क इलाज के बाद अस्पतालों में मौजूद लाइफ लाइन दवा काउंटर बंद (life line medicine counter) कर दिए गए थे लेकिन दवाओं की किल्लत को देखते हुए फिर से इन लाइफ लाइन स्टोर को खोला जाएगा. लाइफ लाइन दवा काउंटर वापस खुलने से अस्पताल प्रशासन को भी सस्ती दर पर दवा उपलब्ध हो सकेगी और ऐसे में अन्य जगह से महंगी दवा की खरीद नहीं करनी पड़ेगी. इसके अलावा जिन फर्मों को लाइफ लाइन दवा काउंटर का टेंडर दिया जा रहा है वे समय पर और सस्ती दवा उपलब्ध करवा सकेंगे.