जयपुर. हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर ने महिला दिवस पर एक अनूठी पहल की. उन्होंने गंभीर बीमारी से पीड़ित 6 साल की मासूम इशिता को 1 दिन का मेयर बनाया. महापौर ने नववर्ष पर ही इशिता को गोद लेते हुए इलाज और दूसरी जिम्मेदारियां उठाने का संकल्प लिया था. वहीं, महापौर ने निगम में हर दिन दोपहर 3 से 3.30 बजे तक सिर्फ महिलाओं की सुनवाई करने का ऐलान किया.
महिला दिवस पर 1 दिन की महापौर बनी 6 साल की मासूम इशिता ने शहर को स्वच्छता का संदेश दिया. दरअसल, महापौर मुनेश गुर्जर ने जिस बच्ची को 1 जनवरी को गोद लिया था, उसी को महिला दिवस के मौके पर 1 दिन का महापौर बनाया. इस दौरान इशिता से स्वच्छता संदेश पर हस्ताक्षर कराते हुए, इसे प्रसारित किया गया. महापौर ने कहा कि यदि आपको ईश्वर ने इस काबिल बनाया है कि आप किसी की मदद करें, तो आपको ये पहल करते हुए आगे आना चाहिए, इससे समाज प्रगति करेगा. यदि कोई गरीब बच्चा जिस के परिजन असमर्थ है, या जिसके परिजन ही नहीं है, उन्हें गोद लेना चाहिए और यदि गोद नहीं ले सकते तो कम से कम उसकी शिक्षा और स्वास्थ्य का खर्चा उठाना चाहिए.
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उन्होंने ईश्वर से इशिता के स्वास्थ्य सुधार की कामना करते हुए कहा कि इशिता की खुशी वो सुकून दे रही है, जो और किसी से नहीं मिलती. यदि आप किसी की मदद करते हैं, तो भगवान आपकी उससे ज्यादा मदद करता है. उन्होंने बताया कि इशिता के परिजन लंबे समय से उसके स्वास्थ्य पर खर्च कर रहे थे, जब वो अपनी परेशानी को उन तक लेकर आए, तो उन्होंने बच्ची को गोद लेने का संकल्प लिया. वहीं, महापौर ने हेरिटेज नगर निगम में दोपहर 3 से 3.30 बजे तक महज महिलाओं की सुनवाई होने की घोषणा की.
वहीं, इशिता को मेयर बनाने पर उनकी मां ममता भी काफी खुश नजर आई. उन्होंने बताया कि इशिता जन्म से ही बीमार है और जन्म के दौरान ही उसकी बीमारी का पता लग गया था. इसे लेकर जेके लोन अस्पताल में भी इलाज कराया गया, एसएमएस अस्पताल में ऑपरेशन भी हुआ. इसके बाद मेयर से कांटेक्ट किया, जिस पर उन्होंने मदद करने की पहल की. उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी मेयर ऐसे बच्चों की मदद करेंगी. इस दौरान निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों और पार्षदों ने इशिता को पुष्पगुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दी. खास बात ये रही कि मेयर मुनेश गुर्जर और इशिता दोनों एक जैसे कपड़े पहने नजर आई.