जयपुर: राजस्थान में 15वीं विधानसभा का पांचवा सत्र आज से शुरू हुआ. सत्र की कार्यवाही 'वंदे मातरम' के नारे के साथ शुरू हुई. इसके बाद संसद से पास तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ संशोधन विधेयकों को विधानसभा में पेश किया गया. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने 4 विधेयकों को सदन के पटल पर रखा.
शांति धारीवाल ने विधानसभा में केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ 4 संशोधन विधेयक पेश किए. धारीवाल ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) ( राजस्थान संशोधन) विधेयक 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर कराड़ (राजस्थान संशोधन) विधेयक 2020, आवश्यक वस्तु (विशेष उपबंध और राजस्थान संशोधन) विधेयक 2020 सदन में रखा.
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इन तीनों दिलों के साथ ही मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा में सिविल प्रक्रिया संहिता राजस्थान संशोधन विधेयक 2020 और राजस्थान महामारी विधेयक संशोधन 2020 को सदन में रखा. इसके बाद लालचंद कटारिया ने राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2020 पेश किया. सत्र के पहले दिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत 13 नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
इन 13 नेताओं को दी गई श्रद्धांजलि
संशोधन विधेयकों को रखने के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व राज्यपाल अश्विनी कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री गुजरात केशुभाई पटेल ,पूर्व मुख्यमंत्री असम सईदा अनवर तैमूर, पूर्व सांसद जसवंत सिंह, पूर्व सांसद हरि सिंह ,पूर्व सांसद राधाकृष्ण बिरला , विधायक कैलाश चंद्र त्रिवेदी, पूर्व विधायक जकिया, पूर्व विधायक हीरालाल मीणा ,पूर्व विधायक शिव सिंह ,पूर्व विधायक रामेश्वर भारद्वाज, के साथ ही 16 सितंबर 2020 को कोटा जिले के खातोली क्षेत्र में नाव पलटने से हुई घटना में मृतकों को भी दी श्रद्धांजलि दी गई.
नहीं हुआ प्रश्नकाल
विधानसभा की कार्यवाही 31 सुबह 11 बजे से शुरू हुई और पहले दिन पांच या उससे ज्यादा संशोधन कानून सरकार की ओर से विधानसभा के पटल पर रखे गए. शनिवार को होने वाले विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हुआ.