जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने शुक्रवार को सदन में विश्वास मत हासिल कर लिया है. विश्वास मत रखते हुए राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने केंद्र की भाजपा को राजस्थान में सरकार टॉपल करने के पीछे बताया. उन्होंने राजस्थान के विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए पैसा दिल्ली के भाजपा कार्यालय से आने के आरोप लगाते हुए कहा कि अब जब यह पूरा मामला फेल हो गया है तो अमित शाह पैसे भी वापस मांगेंगे.
धारीवाल ने कहा कि केंद्र के इशारे पर अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, गोवा, मेघालय, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में संवैधानिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को जोड़-तोड़ की राजनीति और खरीद-फरोख्त से धन और सत्ता के बल पर उन्हें गिराई गई. भाजपा का मूल मंत्र अंबानी और अडानी का चंदा है, खरीद-फरोख्त का गोरख धंधा है. प्रजातांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को धन-बल और सत्ता के बल से उखाड़ कर फेंकते हैं.
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'जनता की संपत्ति मत बेचो'
शांति धारीवाल ने कहा कि ले लो अंबानी से, ले लो अडानी से, लेकिन जनता की संपत्ति को तो मत बेचो. उन्होंने भाजपा पर खरीद फरोख्त का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर भाजपा का जो आलीशान कार्यालय बना हुआ है, उसमें से 500 करोड़ रुपए कैसे निकला और वो कहां गए. जनता हिसाब पूछना चाहती है कि वह 500 करोड़ किसके पास गया.
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'आपस में झगड़ा नहीं करना, नहीं तो भंडा फूट जाएगा'
संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल ने कहा कि राजस्थान में खरीद-फरोख्त के लिए 500 करोड़ का चंदा आया था. जनता एक-एक पैसे का हिसाब मांगेगी. जनता आज हिसाब मांगेगी, कल मांगेगी, कल नहीं मांगेगी तो कभी भी मांगेगी, वह हिसाब आपको देना पड़ेगा. उन्होंने राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का नाम लेते हुए कहा कि आपस में झगड़ा नहीं करना नहीं तो भंडा फूट जाएगा.
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धारीवाल ने कहा कि अमित शाह हिसाब मांग कर रहेंगे छोड़ेंगे नहीं, इतिहास गवाह है. उन्होंने कहा कि बात साफ है पैसा दिया है तो हिसाब तो मांगा ही जाएगा. उन्होंने शुक्रवार को कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि चुन-चुन कर संवैधानिक संस्थाओं को जिस तरीके से तहस-नहस किया गया और धज्जियां उड़ाई गई, आज दावे से कहता हूं कि अदालत के फैसले पर भी अब जनता का विश्वास कम होता जा रहा है.