जयपुर. राजधानी के सदर थाना इलाके में 23 मई को कबाड़ी की दुकान पर कार में लगने वाली गैस किट के सिलेंडर को काटते समय आग लगने से झुलसी 5 वर्षीय खुशी की मंगलवार सुबह इलाज के दौरान एसएमएस अस्पताल में मौत हो (5 year old girl scorched in fire dies during treatment) गई. अब तक इस पूरे प्रकरण में 3 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं हादसे में झुलसे तीन मासूमों का एसएमएस अस्पताल के बर्न वार्ड में इलाज जारी है. जो जिंदगी और मौत के बीच में संघर्ष कर रहे हैं.
थानाधिकारी पृथ्वीपाल सिंह ने बताया कि हसनपुरा के राजीव नगर स्थित अजमेरी मस्जिद के पास 23 मई को कबाड़ी की दुकान पर कटर से कार में लगने वाली गैस किट के सिलेंडर को काटते समय आग लगी थी और आग का गोला दुकान से 30 फीट दूर सामने रहने वाले घर तक पहुंच गया था. इस दौरान घर के बाहर अपनी दादी के साथ बैठकर खेल रहे 5 मासूम और दादी आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गए थे. जिन्हें एमएमएस अस्पताल के बर्न वार्ड में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. जहां 24 मई को इलाज के दौरान 60 वर्षीय मेहरून्निसा उर्फ महरो और 6 वर्षीय मुसरा उर्फ बबरा की मौत हो गई थी. वहीं मंगलवार को इलाज के दौरान 5 वर्षीय खुशी ने भी दम तोड़ दिया.
वहीं हादसे में घायल हुए 3 वर्षीय अबू बकर, 5 वर्षीय फैजान और 3 वर्षीय बिन्नी का अस्पताल में इलाज जारी है. इस पूरे प्रकरण को लेकर हादसे का शिकार हुए मृतकों के परिवार के मुखिया जावेद के जीजा की ओर से पुलिस में कबाड़ी की दुकान का संचालन करने वाले फरीद और उसके बेटे जुबिन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. हादसे के वक्त फरीद का बेटा जुबिन ही कटर से कार में लगने वाली गैस किट के सिलेंडर को काट रहा था और सिलेंडर में मौजूद गैस में आग लगने से हादसा घटित हुआ. हादसे के बाद से ही आरोपी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
स्थानीय लोगों ने बच्चे का शव लेकर सड़क जाम की: मामले में तीन लोगों की मौत हो जाने के बाद मंगलवार को स्थानीय लोगों ने हसनपुरा में सड़क जाम करके राज्य सरकार, नगर निगम और जीडीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्थानीय लोगों के साथ पीड़ित परिवार ने खुशी के शव के साथ सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मृतकों के परिजनों को 15 लाख रुपए का मुआवजा देने और घायलों के इलाज का संपूर्ण खर्चा वहन करने की मांग की. मामला बढ़ता देख डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर व अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे भीड़ से समझाइश की और उनकी मांग प्रशासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, तब जाकर आक्रोशित भीड़ सड़क पर से हटी.