ETV Bharat / city

उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा के 481 शिक्षक और उत्कृष्ट विद्यालयों में 1339 शिक्षक लगाए: डोटासरा

author img

By

Published : Jan 22, 2021, 10:55 PM IST

राजस्थान में उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोपों के बीच शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा को लेकर एक बड़ी घोषणा की है. विभाग ने तृतीय भाषा के 481 शिक्षकों की मैपिंग की है, जिनमें से 430 शिक्षक उर्दू के हैं. जबकि पंजाबी के 37 और सिंधी के 14 पद हैं. इसी तरह उत्कृष्ट विद्यालयों में 1339 अतिरिक्त शिक्षक भी लगाए जाएंगे.

Third language in Rajasthan, Urdu teacher in Rajasthan
उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा के 481 शिक्षक और उत्कृष्ट विद्यालयों में 1339 शिक्षक लगाए

जयपुर. राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर पिछले कुछ दिनों से उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोप लग रहे हैं. इन आरोपों के बीच शिक्षा विभाग ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा की बढ़ावा देने के लिए आज बड़ी घोषणा की है. विभाग ने 481 स्कूलों में तृतीय भाषा का एक-एक शिक्षक लगाने के आदेश जारी किए हैं. जिनमें 430 उर्दू के शिक्षक हैं, जबकि पंजाबी के 37 और सिंधी के 14 शिक्षक भी लगाए जाएंगे. इसके साथ ही प्रदेश की 1339 उत्कृष्ट स्कूलों में एक-एक अतिरिक्त शिक्षक भी लगाया जाएगा. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है.

उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा के 481 शिक्षक और उत्कृष्ट विद्यालयों में 1339 शिक्षक लगाए

शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि 2015-16 में भाजपा सरकार ने स्टाफिंग पैटर्न को कमजोर किया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वर्तमान कांग्रेस सरकार पर उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोप लगाकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं. आज फैसला लिया गया कि कक्षा 1 से 8 तक के उच्च प्राथमिक स्कूलों में यदि 10 या इससे ज्यादा बच्चे कोई तीसरी भाषा पढ़ना चाहते हैं तो वहां उस तृतीय भाषा का एक शिक्षक लगाया जाएगा. पहले जिस भाषा के सबसे ज्यादा विद्यार्थी होते थे, उस भाषा का एक शिक्षक लगाया जाता था. चाहे वह तृतीय भाषा संस्कृत हो, उर्दू हो, गुजराती हो, सिंधी हो या पंजाबी हो. उन्होंने साफ किया कि यदि किसी किसी और तृतीय भाषा के लिए भी 10 से ज्यादा बच्चे या उनके अभिभावक लिखकर देते हैं तो उसका भी एक अतिरिक्त शिक्षक लगाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि आज तक कि मैपिंग के हिसाब से उर्दू के 430 शिक्षक बढ़ रहे हैं और पंजाबी के 37 और सिंधी भाषा के 14 शिक्षक बढ़ रहे हैं. कुल 481 स्कूलों में तृतीय भाषा के शिक्षक लगाए गए हैं. जरूरत पड़ने पर और शिक्षक भी लगाए जाएंगे. इस मौके पर उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर स्टाफिंग पैटर्न को बिगाड़ने का आरोप लगाया और कहा कि हमने अब स्टाफिंग पैटर्न को ठीक किया है. इसके अलावा कई भ्रांतियां भी थी, जिन्हें भी दुरुस्त किया गया है.

पढ़ें- खनिज विभाग को मिला 3557.39 करोड़ का राजस्व, पिछली साल की तुलना में 26 फीसदी ज्यादा

इस मौके पर शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि जो उत्कृष्ट विद्यालय थे, वहां कोई अतिरिक्त पद स्टाफिंग पैटर्न में भाजपा के समय से नहीं दिया गया था. पहले हमने इन स्कूलों में अस्थाई पद दिए थे. आज हमने फैसला लिया है कि प्रदेश की 1339 उत्कृष्ट विद्यालयों में एक-एक अतिरिक्त शिक्षक ग्रेड 3 का लगाया जाएगा. इस मौके पर शिक्षा मंत्री के साथ आदर्श नगर विधायक रफीक खान, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान, किशनपोल विधायक अमीन कागजी और उर्दू बचाओ आंदोलन के शमशेर खान भी मौजूद थे.

जयपुर. राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर पिछले कुछ दिनों से उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोप लग रहे हैं. इन आरोपों के बीच शिक्षा विभाग ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा की बढ़ावा देने के लिए आज बड़ी घोषणा की है. विभाग ने 481 स्कूलों में तृतीय भाषा का एक-एक शिक्षक लगाने के आदेश जारी किए हैं. जिनमें 430 उर्दू के शिक्षक हैं, जबकि पंजाबी के 37 और सिंधी के 14 शिक्षक भी लगाए जाएंगे. इसके साथ ही प्रदेश की 1339 उत्कृष्ट स्कूलों में एक-एक अतिरिक्त शिक्षक भी लगाया जाएगा. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है.

उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा के 481 शिक्षक और उत्कृष्ट विद्यालयों में 1339 शिक्षक लगाए

शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि 2015-16 में भाजपा सरकार ने स्टाफिंग पैटर्न को कमजोर किया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वर्तमान कांग्रेस सरकार पर उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोप लगाकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं. आज फैसला लिया गया कि कक्षा 1 से 8 तक के उच्च प्राथमिक स्कूलों में यदि 10 या इससे ज्यादा बच्चे कोई तीसरी भाषा पढ़ना चाहते हैं तो वहां उस तृतीय भाषा का एक शिक्षक लगाया जाएगा. पहले जिस भाषा के सबसे ज्यादा विद्यार्थी होते थे, उस भाषा का एक शिक्षक लगाया जाता था. चाहे वह तृतीय भाषा संस्कृत हो, उर्दू हो, गुजराती हो, सिंधी हो या पंजाबी हो. उन्होंने साफ किया कि यदि किसी किसी और तृतीय भाषा के लिए भी 10 से ज्यादा बच्चे या उनके अभिभावक लिखकर देते हैं तो उसका भी एक अतिरिक्त शिक्षक लगाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि आज तक कि मैपिंग के हिसाब से उर्दू के 430 शिक्षक बढ़ रहे हैं और पंजाबी के 37 और सिंधी भाषा के 14 शिक्षक बढ़ रहे हैं. कुल 481 स्कूलों में तृतीय भाषा के शिक्षक लगाए गए हैं. जरूरत पड़ने पर और शिक्षक भी लगाए जाएंगे. इस मौके पर उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर स्टाफिंग पैटर्न को बिगाड़ने का आरोप लगाया और कहा कि हमने अब स्टाफिंग पैटर्न को ठीक किया है. इसके अलावा कई भ्रांतियां भी थी, जिन्हें भी दुरुस्त किया गया है.

पढ़ें- खनिज विभाग को मिला 3557.39 करोड़ का राजस्व, पिछली साल की तुलना में 26 फीसदी ज्यादा

इस मौके पर शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि जो उत्कृष्ट विद्यालय थे, वहां कोई अतिरिक्त पद स्टाफिंग पैटर्न में भाजपा के समय से नहीं दिया गया था. पहले हमने इन स्कूलों में अस्थाई पद दिए थे. आज हमने फैसला लिया है कि प्रदेश की 1339 उत्कृष्ट विद्यालयों में एक-एक अतिरिक्त शिक्षक ग्रेड 3 का लगाया जाएगा. इस मौके पर शिक्षा मंत्री के साथ आदर्श नगर विधायक रफीक खान, वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानू खान, किशनपोल विधायक अमीन कागजी और उर्दू बचाओ आंदोलन के शमशेर खान भी मौजूद थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.