जयपुर. राजधानी के प्रताप नगर थाना क्षेत्र से 22 जुलाई की शाम बाइक सवार 2 बदमाशों ने 1 साल की मासूम का अपहरण किया था. अपहरण की गुत्थी सुलझाने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नर की तमाम स्पेशल टीमें जुटी हुई थी.
पुलिस टीम ने वारदात स्थल के आसपास लगे हुए CCTV और मुखबिर तंत्र के आधार पर सूचना जुटाते हुए, एक अपहरणकर्ता का पता लगाया. इसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए आरोपी से पूछताछ करते हुए अन्य बदमाशों की जानकारी जुटाई और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मासूम को सकुशल दस्तयाब कर लिया.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजय पाल लांबा ने बताया कि राजधानी जयपुर में 21 और 22 जुलाई को दो छोटी बच्चियों के अपहरण की दो वारदातें घटित हुई. जिसमें से 21 जुलाई को एक 3 साल की मासूम का अपहरण करने के बाद उसे कुछ ही दूरी पर ले जाकर बदमाशों ने उसे छोड़ दिया था.
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वहीं, 22 जुलाई को कुम्भा मार्ग पर नारायणा हृदयालय हॉस्पिटल रोड पर एक 8 साल की बच्ची अपनी 1 साल की बहन को गोद में लेकर खिला रही थी. इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाश वहां आए और 1 साल की मासूम को उसकी बड़ी बहन की गोद से छीन कर फरार हो गए. पुलिस की तमाम स्पेशल टीम इस वारदात को सुलझाने में जुट गई और दोनों वारदातों का कोई कनेक्शन हो सकता है. इस बिंदु पर भी जांच करना शुरू कर दिया.
इसी दौरान CCTV फुटेज और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए. नीरज कुमार, जितेंद्र गुर्जर, राजा मोहन और राहुल सिंह बैरवा को गिरफ्तार किया है. आरोपी जितेंद्र गुर्जर के मकान से मासूम को सकुशल दस्तयाब कर लिया गया है.
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अपहरण के पीछे का कारण
आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जब उनसे पूछताछ की गई. तो इस बात का खुलासा हुआ कि, आरोपी जितेंद्र गुर्जर को कोई संतान नहीं है. जितेंद्र ने अपनी पत्नी को एक बच्ची लाकर देने का वादा किया और अपने एक दोस्त राजामोहन से किसी बच्चे की तलाश करने को कहा. जिस पर राजा मोहन ने अपने कुछ अन्य साथियों को बच्चा लाने के लिए कहा. तब राजा मोहन के साथी राहुल और प्रवीण मोटरसाइकिल पर बच्चे की तलाश में निकले और 1 साल की मासूम का अपहरण कर उसे लाकर नीरज को दे दिया. नीरज ने बच्ची जितेंद्र के सुपुर्द कर दी.
21 तारीख को जिस 3 साल की मासूम का अपहरण किया गया था. उसकी उम्र ज्यादा होने के कारण ही अपहरणकर्ता उसे वारदात स्थल पर कुछ ही दूरी पर छोड़कर फरार हो गए. वहीं 22 तारीख को उन्हें 1 साल की मासूम दिखाई दी और उसका अपहरण करना उन्होंने उचित समझा. फिलहाल गिरफ्त में आए सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.