जयपुर. शहर के हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ग्रेटर नगर निगम को 365 करोड़ और हेरिटेज नगर निगम को 200 करोड़ रुपए का लोन देगा. हुडको ने दोनों निगम मुख्यालय में जाकर इस संबंध में स्वीकृति पत्र भी सौंप दिया है, हालांकि दोनों निगम की ओर से विकास कार्यों के लिए हुडको से 500-500 करोड़ रुपए का लोन मांगा गया था.
बता दें कि राजधानी के दोनों नगर निगम फिलहाल आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. इन पर करोड़ों रुपए का ठेकेदारों का बकाया भी चल रहा है. ऐसे में दोनों ही निगम की बोर्ड बैठक में हुडको से 500 करोड़ का लोन लेने का प्रस्ताव पारित हुआ था. जिस पर अब हुडको से लोन की स्वीकृति मिल गई है, हालांकि ग्रेटर नगर निगम को 500 करोड़ के एवज में 365 करोड़, जबकि हेरिटेज नगर निगम को 200 करोड़ के लोन की ही स्वीकृति दी गई है, अब राज्य सरकार की हां का इंतजार रह गया है.
वहीं निगम अधिकारियों की मानें तो राज्य सरकार गारंटी देगी और उसके बाद दोनों निगमों को हुडको से लोन मिल जाएगा, हालांकि इससे पहले लोन लेने को लेकर वित्त विभाग के सवालों के जवाब भी दोनों शहरी सरकार के अधिकारियों को तलाशना होगा. इस सबंध में वित्त विभाग ने निगम से पूछा है कि इस लोन को कैसे चुकाया जाएगा, और गारंटी कौन देगा.
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हालांकि ग्रेटर नगर निगम फिलहाल 100 करोड़ की पहली किस्त ही लेगा, ताकि ग्रेटर नगर निगम पर बेवजह कर्जा ना हो, जबकि हेरिटेज नगर निगम ने इस विषय पर फिलहाल चुप्पी साधी है, लेकिन ये तय है कि जो भी लोन हुडको से मिलेगा, उससे देनदारियों चुकाते हुए शहर में सीवरेज, सड़क निर्माण और फुटपाथ मरम्मत जैसे जरूरी कार्य प्राथमिकता पर करवाए जाएंगे.