जयपुर. एक बुजुर्ग पिता के लिए सबसे बड़ा दुख होता है, अपने जवान बेटे की अर्थी को कंधा देना. लेकिन यह दुख उस समय पहाड़ बन जाता है, जब बेटे की हत्या हो जाए और आरोपी खुलेआम घूमते रहें. जिसके चलते बेटे को न्याय दिलाने के लिए दर दर की ठोकरे भी खानी पड़े. हनुमानगढ़ जिले के नोहर के रहने वाले एक 81 वर्षीय बुजुर्ग पिता रामस्वरूप की यही दास्तान है.
बता दें, 21 महीने पहले रामस्वरूप के 40 वर्षीय पुत्र पवन व्यास की नोहर के जसाना गांव के अटल सेवा केंद्र में निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. लेकिन आज तक हत्यारे का सुराग नहीं लग पाया है. बुजुर्ग रामस्वरूप ने अपने पुत्र को खोने के बाद स्थानीय पुलिस से लेकर जयपुर में गृहमंत्री तक गुहार लगाई. इसके साथ ही नोहर में भी 141 दिन तक लगातार धरना भी दिया गया.
हालांकि, लंबे समय से चले रहे बुजुर्ग पिता के धरने के बाद सरकार ने दबाव में आकर जांच बदल दी और एसओजी को दे दी गई. लेकिन, परिणाम वही ढाक के तीन पात है. आज तक हत्यारे का कोई सुराग पुलिस के पास नहीं है. ऐसे में मजबूरन पीड़ित पिता स्थानीय नागरिकों के साथ नोहर से जयपुर के लिए पदयात्रा पर निकला. 350 किलोमीटर की पदयात्रा तय कर रविवार को ये पदयात्रा दल जयपुर पहुंचा. जहां सोमवार को विप्र फाउंडेशन सहित कई संगठनों के सहयोग से विधानसभा का घेराव किया जाएगा और सरकार से आरोपी कि जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की जाएगी.