जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के करीब 350 स्टाफ क्वार्टर कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने यही मानते हुए, अब तक स्टाफ क्वार्टर्स को सैनिटाइज कराने में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई है. जबकि स्टाफ क्वार्टर्स में रहने वालों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के बाद अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी क्वार्टर्स को सैनिटाइज कराने की गुहार लगाई है.
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए नगर निगम प्रशासन पूरे शहर को सैनिटाइज करने में जुटा हुआ है. यही नहीं जो क्षेत्र सैनिटाइजेशन से छूट गए हैं, स्थानीय लोगों की शिकायत पर वहां भी सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है. लेकिन राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन इसे लेकर जागरूक नजर नहीं आ रहा. विश्वविद्यालय और इसके संगठक कॉलेजों में करीब 350 स्टाफ क्वार्टर्स हैं. जहां विश्वविद्यालय से जुड़ा स्टाफ रह रहा है. लेकिन अब तक इन क्वार्टर्स की सुध नहीं ली गई.
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इस संबंध में विश्वविद्यालय अशैक्षणिक कर्मचारी संघ के संयुक्त सचिव गोविंद सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसर बीते महीने विदेश यात्रा कर लौटे हैं. जो कि यहां फाइल साइन करने से लेकर अन्य गतिविधियों में शामिल रहते हैं. इसकी जानकारी प्रशासन को भी है. लेकिन फिर भी स्टाफ क्वार्टर्स को सैनिटाइज कराने को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है. ऐसे में स्टाफ के लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है. इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया है.
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वहीं मामले में कुलपति आरके कोठारी ने तर्क दिया कि फिलहाल विश्वविद्यालय परिसर के स्टाफ क्वार्टर्स में कोई भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति नहीं पाया गया है. स्टाफ क्वार्टर्स को सैनिटाइज करने के लिए सीएमएचओ और नगर निगम को कहा गया है. हालांकि अब तक सैनिटाइज करने का कार्य शुरू नहीं हुआ है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कहीं प्रशासन यहां किसी पॉजिटिव केस के सामने आने का इंतजार तो नहीं कर रहा.