जयपुर. मार्च वर्ष 2020 में जब संक्रमण का पहला मामला आया तब से लेकर 31 दिसंबर 2020 तक प्रदेश में 2500 से अधिक मरीजों ने दम तोड़ा था. जबकि 1 जनवरी वर्ष 2021 से अभी तक की बात की जाए तो यह आंकड़ा काफी हद तक बढ़ चुका है. यानी 400 से अधिक मरीजों ने साढ़े 3 महीने में अपनी जान इस बीमारी से गंवाई है. प्रदेश में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. अस्पतालों के सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड और आईसीयू बेड भी फुल होने लगे हैं.
वर्ष 2020 में कोरोना के चलते कुल 2696 मरीजों ने दम तोड़ा था. वहीं वर्ष 2021 शुरुआती के 4 महीने में 455 मरीज बीमारी से दम तोड़ चुके हैं. यानी गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष मौत के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. जहां करीब 4 महीने में 455 मरीजों ने दम तोड़ा है तो वहीं अप्रैल के 18 दिनों में ही 335 मरीज इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं. यानी बीते 18 दिनों में सबसे अधिक मौतें अभी तक प्रदेश में दर्ज की गई हैं. अब तक प्रदेश में इस बीमारी से कुल 3151 मरीजों ने दम तोड़ा है. मृत्यु दर भी 0.2% से बढ़कर 0.76% तक पहुंच गई है.
मौत से जुड़ा यह आंकड़ा काफी डराने वाला है. क्योंकि बीते 18 दिन में प्रदेश में 300 से अधिक मरीज दम तोड़ चुके हैं. जो अब तक सबसे अधिक रिकॉर्ड मौतें हैं. इसके अलावा प्रदेश में संक्रमण की स्थिति भी बिगड़ने लगी है.
संक्रमण की दर में बढ़ोतरी
प्रदेश में संक्रमण की दर भी लगातार बढ़ रही है. प्रदेश में 45 दिन में पॉजिटिव रोगियों की संख्या दोगुनी हो रही है. संक्रमण 5.25% बढ़ गया है. इसके अलावा प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 414617 पहुंच गई है. वहीं पहली बार प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 67135 दर्ज की गई है. इसके अलावा पॉजिटिव मरीजों की रिकवरी की दर भी लगातार घटती जा रही है. जहां प्रदेश में रिकवरी रेट पहले 95% से अधिक पहुंच चुकी थी. वहीं अब यह गिरकर 84.39 प्रतिशत रह गई है.