जयपुर. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने बताया कि रामंगज क्षेत्र और अन्य क्लस्टर्स में 2000 सैम्पलिंग का लक्ष्य तीन दिन में पूरा कर लिया गया है. जांच रिपोर्ट आते ही पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी कि आगे जयपुर के रामगंज, परकोटा क्षेत्र और पूरे जयपुर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाए.
शर्मा ने बताया कि रामगंज क्षेत्र में अचानक कोरोना के संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण समस्या के विस्तार का आंकलन जरूरी हो गया था. लेकिन लोगों की अरूचि के कारण सैम्पल वांछित संख्या में नहीं आ पा रहे थे. संक्रमण प्रसार के कई क्लस्टर विकसित हो गए थे. जिसके बाद सही पैटर्न के आंकलन के लिए वांछित संख्या में सैम्पल लेने को लेकर रणनीति में परिवर्तन किया गया. लोगों को उनके क्षेत्र में ही सैम्पलिंग की सुविधा प्रदान की गई.
इसके लिए पांच मोबाइल वैन और दो स्टैटिक केन्द्र बनाए गए. लोगों में विश्वास बढ़ा और इस प्राथमिक कार्य में आशा से ज्यादा सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन में राजकीय चिकित्सालय रामंगज में 666 लोगों के सैम्पल लिए गए हैं. राजकीय चिकित्सालय मोती कटला में 547, रहमानी मस्जिद में 599 सैम्पल, मस्जिद शेखान में 180 सैम्पल लिए गए हैं.
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इन चारों स्थानों पर शुक्रवार को शाम 7 बजे तक कुल मिलाकर 851 सैम्पल एक ही दिन में लिए गए. इसी प्रकार 8 अप्रैल को राजकीय चिकित्सालय रामगंज, राजकीय चिकित्सालय मोती कटला, रहमानी मस्जिद, मस्जिद शेखान, अमृतपुरी, भट्टा बस्ती शास्त्रीनगर, एमडी रोड, मोहम्मदी हॉस्पिटल, सूरजपोल, आईसीएम झालाना डूंगरी, लक्ष्मीनारायणपुरी और नीलगिरों का मोहल्ला में कुल मिलाकर 576 सैम्पल लिए गए थे. इसके अगले दिन 9 अप्रैल को खोनागोरियान के 48 सैम्पल सहित कुल 801 और शुक्रवार 10 अप्रैल को 851 सैम्पल लिए गए हैं. इस प्रकार तीन ही दिन में लक्ष्य 2000 सैम्पल्स से भी अधिक 2228 सैम्पल्स लिए गए हैं. अब इनकी रिपोर्ट आते ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी.