जयपुर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन में पास बनवाने के लिए कलेक्ट्रेट में भीड़ उमड़ रही है. दूसरी ओर पास बनवाने के लिए ऑनलाइन भी व्यवस्था की हुई है.
कलेक्ट्रेट में ई-पास के लिए आए 18 हजार आवेदन आ चुके हैं. जिनमें से साढ़े पंद्रह हजार आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है. वहीं ढाई हजार आवेदन स्वीकार किए गए हैं. इनमें भी जरूरी सेवाओं के पास जारी किए जा रहे हैं. पास बनवाने के दौरान एक खास बात और देखने को मिली.
लॉकडाउन के दौरान वाहन पास बनवाने के लिए लोग तरह-तरह के बहाने बता रहे हैं. जिला कलक्ट्रेट में आ रहे ऑनलाइन आवेदनों में लोग झूठ बोलकर वाहन पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. कोई दादा के निधन का बहाना बना रहा है तो कोई डॉक्टर की पुरानी पर्ची लगाकर वाहन पास लेने के लिए आवेदन कर रहा है. जिला प्रशासन की ओर से आवेदनों की जांच कर उन्हें निरस्त किया जा रहा है.
ऑनलाइन आवेदन निरस्त होने के बाद लोग जिला कलक्ट्रेट में मैनुअल पास बनवाने के लिए आ रहे हैं. ऐसे में लोगों की कतार कलेक्ट्रेट में दिखाई दे रही है. जहां से उन्हें वापस लौटाकर ऑनलाइन आवेदन करने की सलाह दी जा रही है.
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लोगों के बनाए तरह-तरह से बहाने-
- बुजुर्गों के निधन का बहाना बना रहे हैं.
- व्यापारी अपने स्टोर के लिए के लिए काफी संख्या में कर्मचारियों के लिए पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं
- जयपुर और जयपुर से बाहर इलाज लिए वाहन पास बनवाने के लिए कर रहे आवेदन
- मां बीमार हो गई, याद आ रही है.
- पत्नी दूसरे शहर में है, उसे लेने जाना है.
-लॉक डाउन में मैं यहां फंस गया, अब वापस घर जाना है.
इस तरह के बहाने बनाकर पास लेने की होड़ लग गई. जबसे ऐसे समय में लोगों को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए न की उनके लिए और मुश्किल पैदा करना चाहिए.