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जयपुर: कलेक्ट्रेट में ई-पास के लिए आए 18 हजार आवेदन, साढ़े पंद्रह हजार रद्द

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Published : May 1, 2020, 12:27 AM IST

Updated : May 24, 2020, 11:39 PM IST

लॉकडाउन के चलते किसी भी परिस्थिति में लोग एक जगह से दूसरी जगह जान में असमर्थ हैं. ऐसे में प्रशासन ने इस समस्या को समझते हुए अति-आवश्यक काम के लिए ई-पास की सुविधा दी. लेकिन, यहां भी लोग सहयोग करने के बजाय झूठ का सहारा ले रहे हैं. ई-पास के लिए आए 18 हजार आवेदन आ चुके हैं. इनमें से बड़ी संख्या में लोग बेवजह के बहाने बनाते दिख रहे हैं.

जयपुर की खबर, e-pass cancellation
कलेक्ट्रेट के बाहर इकट्ठा लोग

जयपुर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन में पास बनवाने के लिए कलेक्ट्रेट में भीड़ उमड़ रही है. दूसरी ओर पास बनवाने के लिए ऑनलाइन भी व्यवस्था की हुई है.

कलेक्ट्रेट में ई-पास के लिए आए 18 हजार आवेदन आ चुके हैं. जिनमें से साढ़े पंद्रह हजार आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है. वहीं ढाई हजार आवेदन स्वीकार किए गए हैं. इनमें भी जरूरी सेवाओं के पास जारी किए जा रहे हैं. पास बनवाने के दौरान एक खास बात और देखने को मिली.

लॉकडाउन के दौरान वाहन पास बनवाने के लिए लोग तरह-तरह के बहाने बता रहे हैं. जिला कलक्ट्रेट में आ रहे ऑनलाइन आवेदनों में लोग झूठ बोलकर वाहन पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. कोई दादा के निधन का बहाना बना रहा है तो कोई डॉक्टर की पुरानी पर्ची लगाकर वाहन पास लेने के लिए आवेदन कर रहा है. जिला प्रशासन की ओर से आवेदनों की जांच कर उन्हें निरस्त किया जा रहा है.

ऑनलाइन आवेदन निरस्त होने के बाद लोग जिला कलक्ट्रेट में मैनुअल पास बनवाने के लिए आ रहे हैं. ऐसे में लोगों की कतार कलेक्ट्रेट में दिखाई दे रही है. जहां से उन्हें वापस लौटाकर ऑनलाइन आवेदन करने की सलाह दी जा रही है.

पढ़ें: जयपुर: 100 बरस की हनीफा बेगम रख रही रोजा, कोरोना से निजात की मांग रही दुआ

लोगों के बनाए तरह-तरह से बहाने-
- बुजुर्गों के निधन का बहाना बना रहे हैं.
- व्यापारी अपने स्टोर के लिए के लिए काफी संख्या में कर्मचारियों के लिए पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं
- जयपुर और जयपुर से बाहर इलाज लिए वाहन पास बनवाने के लिए कर रहे आवेदन
- मां बीमार हो गई, याद आ रही है.
- पत्नी दूसरे शहर में है, उसे लेने जाना है.
-लॉक डाउन में मैं यहां फंस गया, अब वापस घर जाना है.

इस तरह के बहाने बनाकर पास लेने की होड़ लग गई. जबसे ऐसे समय में लोगों को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए न की उनके लिए और मुश्किल पैदा करना चाहिए.

जयपुर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन में पास बनवाने के लिए कलेक्ट्रेट में भीड़ उमड़ रही है. दूसरी ओर पास बनवाने के लिए ऑनलाइन भी व्यवस्था की हुई है.

कलेक्ट्रेट में ई-पास के लिए आए 18 हजार आवेदन आ चुके हैं. जिनमें से साढ़े पंद्रह हजार आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है. वहीं ढाई हजार आवेदन स्वीकार किए गए हैं. इनमें भी जरूरी सेवाओं के पास जारी किए जा रहे हैं. पास बनवाने के दौरान एक खास बात और देखने को मिली.

लॉकडाउन के दौरान वाहन पास बनवाने के लिए लोग तरह-तरह के बहाने बता रहे हैं. जिला कलक्ट्रेट में आ रहे ऑनलाइन आवेदनों में लोग झूठ बोलकर वाहन पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं. कोई दादा के निधन का बहाना बना रहा है तो कोई डॉक्टर की पुरानी पर्ची लगाकर वाहन पास लेने के लिए आवेदन कर रहा है. जिला प्रशासन की ओर से आवेदनों की जांच कर उन्हें निरस्त किया जा रहा है.

ऑनलाइन आवेदन निरस्त होने के बाद लोग जिला कलक्ट्रेट में मैनुअल पास बनवाने के लिए आ रहे हैं. ऐसे में लोगों की कतार कलेक्ट्रेट में दिखाई दे रही है. जहां से उन्हें वापस लौटाकर ऑनलाइन आवेदन करने की सलाह दी जा रही है.

पढ़ें: जयपुर: 100 बरस की हनीफा बेगम रख रही रोजा, कोरोना से निजात की मांग रही दुआ

लोगों के बनाए तरह-तरह से बहाने-
- बुजुर्गों के निधन का बहाना बना रहे हैं.
- व्यापारी अपने स्टोर के लिए के लिए काफी संख्या में कर्मचारियों के लिए पास बनवाने के लिए आवेदन कर रहे हैं
- जयपुर और जयपुर से बाहर इलाज लिए वाहन पास बनवाने के लिए कर रहे आवेदन
- मां बीमार हो गई, याद आ रही है.
- पत्नी दूसरे शहर में है, उसे लेने जाना है.
-लॉक डाउन में मैं यहां फंस गया, अब वापस घर जाना है.

इस तरह के बहाने बनाकर पास लेने की होड़ लग गई. जबसे ऐसे समय में लोगों को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए न की उनके लिए और मुश्किल पैदा करना चाहिए.

Last Updated : May 24, 2020, 11:39 PM IST
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