जयपुर. सर्दी में बेघर लोगों को राहत देने और रात्रि विश्राम के लिए निगम प्रशासन द्वारा 14 स्थानों पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अस्थाई रैन बसेरों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो सके, इसके लिए रैन बसेरों के आकार में 25% वृद्धि की गई है. वहीं प्रत्येक आश्रय स्थल पर सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा शहर में संचालित 14 स्थाई रैन बसेरों में भी इन व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है.
ग्रेटर नगर निगम
- स्थान एवं क्षमता
- रामनिवास बाग के पीछे-150
- जेके लोन अस्पताल के गेट के पास-100
- जेके लोन के पास केयरवेल के सामने-100
- गांधीनगर रेलवे स्टेशन के सामने-50
- जीटी पुलिया के नीचे-50
- सांगानेर एयरपोर्ट के सामने-100
- महारानी फार्म पुलिया के नीचे-100
- गोपालपुरा त्रिवेणी पुलिया के नीचे-100
- विद्याधर नगर सेक्टर 6-50
- 200 फीट बाईपास दिल्ली अजमेर रोड-100
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हेरिटेज नगर निगम
- स्थान एवं क्षमता
- ट्रांसपोर्ट नगर पुलिया के नीचे-80
- खासा कोठी पुलिया के नीचे-80
- परमानंद हॉल सहकार मार्ग-50
इस संबंध में निगम एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया कि शहर में 14 जगह अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. ये सभी अस्पताल, रेलवे स्टेशन और ऐसे स्थानों पर बनाए गए हैं, जहां लोगों की आवाजाही ज्यादा रहती है. इन आश्रय स्थलों में सोने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. वहीं मोती डूंगरी गणेश मंदिर प्रशासन की ओर से निःशुल्क भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि यहां कोरोना के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने के लिए रैन बसेरों का आकार भी बढ़ाया गया है. साथ ही सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था भी की गई है.
इसके साथ ही शहर में 14 स्थानों पर स्थाई आश्रय स्थल भी मौजूद हैं. इनमें बांगड़ अस्पताल परिसर, लाल कोठी महिला छात्रावास के पीछे, स्टेडियम रोड सांगानेर, थड़ी मार्केट मध्यम मार्ग, झालाना बाईपास, जगतपुरा रेलवे स्टेशन, भांकरोटा, शहीद भगत सिंह पार्क, रेलवे स्टेशन के पास, पानीपेच तिराहा, पुराना विद्याधर नगर जोन कार्यालय, हटवाड़ा स्थित वृद्धाश्रम, गोविंद देव जी मंदिर के पास और रेलवे स्टेशन के पास बाल बसेरा संचालित है. यहां भी कोरोना के मद्देनजर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया है.