जयपुर. राजधानी में सक्रिय ऐसे बदमाश जिन्होंने आमजन का जीना दूभर कर दिया था और जो आए दिन अलग-अलग तरह के आपराधिक वारदातों में शामिल होने के चलते गिरफ्तार किए जा रहे थे, उन्हें पुलिस ने जिला बदर करने की कार्रवाई (Jaipur Police Big Action) की है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के नॉर्थ जिले में सर्वाधिक कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गत कुछ माह में ही 130 बदमाशों को जिला बदर किया है.
6 माह के लिए किया जाता है जिला बदर : ऐसे शातिर बदमाश जो लगातार आपराधिक वारदातों में लिप्त रहते हैं, उनके खिलाफ तमाम अपराध के रिकॉर्डों की एक फाइल बनाकर कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष स्पीडी ट्रायल के तहत पेश की जाती है. इसके बाद कोर्ट बदमाशों का तमाम आपराधिक रिकॉर्ड देखने के बाद गुंडा एक्ट के तहत उन्हें गुंडा घोषित करता है और 6 माह के लिए जिला बदर करने के आदेश जारी करता है.
जिला बदर होने के बाद संबंधित बदमाश को जिस जिले में भेजा गया है उसे हर सप्ताह उस जिले के संबंधित थाने में जाकर हाजिरी देनी पड़ती है. इसके साथ ही दूसरे जिले की पुलिस भी उस बदमाश की तमाम गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर रखती है.
जयपुर के बदमाशों को इन जिलों में किया गया जिला बदर : डीसीपी नॉर्थ पारिस देशमुख ने बताया कि अब तक पुलिस 150 प्रकरणों का निस्तारण कर चुकी है और 130 बदमाशों को जिला बदर कर चुकी है. जयपुर के बदमाशों को जिला बदर करने के बाद हनुमानगढ़, गंगानगर, अजमेर, दोसा, कोटा, उदयपुर, अलवर सहित अन्य जिलों में 6 माह की अवधि के लिए भेजा गया है.
इसके साथ ही अन्य बदमाशों को आईडेंटिफाई करने के बाद उनके खिलाफ भी न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि गुंडा एक्ट के तहत बदमाशों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें भी जिला बदर कराया जा सके. जिला बदर करने के बाद बदमाशों का नेटवर्क कम हो जाता है और साथ ही आमजन को भी बदमाशों से राहत मिल पाती है.