जयपुर. समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की 129वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ. राजधानी के 22 गोदाम सर्किल पर हुए कार्यक्रम में सूबे के मुखिया सीएम अशोक गहलोत ने शिरकत की. जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही कार्यकर्ताओं और आमजन से बाबा ज्योतिबा फुले के अच्छे कदमों पर चलने का आवाह्न किया.
फुले राष्ट्रीय संस्थान और राजस्थान प्रदेश माली समाज द्वारा आयोजित हुए पुष्पांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले एक सामाजिक न्याय के लिए प्रयास करने वालों में सबसे अग्रणी रहे. जिन्होंने बिना जाति और संप्रदाय के बंधन के सभी के लिए समान न्याय की बात की. उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के वंचित तबके के उत्थान और महिला साक्षरता के विकास के लिए समर्पित कर दिया. ऐसे में हम सभी को उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक एक कर पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को सूत की माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया. बता दें कि महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 और निधन 28 नवंबर 1890 को हुआ था. समाज के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए उन्होंने अपनी पत्नी के साथ कई कार्य किए. जिस कारण उन्हें महात्मा फुले के नाम से भी जाना जाता है.
बता दें कि उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर पुणे में स्कूल भी खोला. जिसमें समाज के वंचित वर्ग की महिलाओं को शिक्षा दी जाती थी. इस दौरान उन्हें कथित ऊंची जातियों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. वहीं 1873 में उन्होंने सत्यशोधक समाज नामक संस्था की शुरुआत की थी.