जयपुर. लॉकडाउन के दौरान कई प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. ऐसे में प्रवासी मजदूरों को अपने घर पहुंचाने के लिए रेलवे की ओर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन का संचालन किया गया. श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बैठा कर जयपुर जंक्शन से करीब 1200 प्रवासी मजदूरों को पटना भेजा गया.
इन प्रवासी मजदूरों को नागौर से रोडवेज बसों में बिठाकर जयपुर जंक्शन पर लाया गया. 29 बसों में करीब 1200 मजदूरों को जयपुर लाया गया. जहां पर मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई. स्क्रीनिंग के बाद प्रवासी मजदूरों को देर रात ट्रेन में बैठाकर पटना भेजा गया. जिला प्रशासन की ओर से मजदूरों के लिए खाने-पीने समेत तमाम व्यवस्थाएं की गई.
शुक्रवार रात को केवल जयपुर से बिहार पटना के लिए एक स्पेशल ट्रेन चलाई गई है. जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई लिस्ट के अनुसार चिन्हित मजदूरों को ही जयपुर जंक्शन में प्रवेश दिया गया. जयपुर जंक्शन पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया. अनावश्यक लोगों को जयपुर स्टेशन के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई. काफी दिनों से राजस्थान में फंसे मजदूरों को उनके गांव भेजने पर उनके चेहरे खिल उठे.
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मजदूरों ने अपने गांव वापस लौटने की खुशी जाहिर करते हुए सरकार का भी आभार जताया और कहा कि काफी परेशानी के बाद अब अपने घर जाने का मौका मिला है. मजदूर अपने गांव जाने के लिए कई दिनों से सरकार से गुहार लगा रहे थे. काम-धंधे बंद होने की वजह से मजदूरों को खाने-पीने की समस्या भी हो रही थी. केंद्र सरकार के आदेशों के बाद स्पेशल ट्रेन का संचालन कर मजदूरों को उनके गांव भेजने की व्यवस्था की गई.
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मजदूरों को नागौर से जयपुर लाते समय रोडवेज बसों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो पाई. एक बस में 40 से 50 मजदूर बैठाए गए. जयपुर जंक्शन पर नागौर से आई एक रोडवेज बस के इंजन से धुआं निकलने पर हड़कंप मच गया. बस का ड्राइवर और यात्री तुरंत बस से बाहर निकले. हालांकि किसी प्रकार का कोई हादसा नहीं हुआ. ज्यादा दूर से आने से बस का टेंपरेचर बढ़ने पर इंजन से धुआं निकला था.