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सीरियल बम ब्लास्ट के 11 साल बाद भी जयपुर ना जागरूक ना सतर्क, देखें ईटीवी भारत का Reality Check

13 मई 2008 को राजधानी में हुए सीरियल बम ब्लास्ट 71 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 185 लोग घायल हुए थे. बुधवार को इन बम धमाकों के आरोपियों को सजा सुनाई जाएगी. इससे पहले जयपुर की छोटी चौपड़ से ईटीवी भारत ने आम जनता की सतर्कता और जागरूकता को लेकर रियलिटी चैक किया.

Jaipur serial blast 2008, 13 मई 2008 जयपुर बम विस्फोट
11 years of serial bomb blast Jaipur
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Published : Dec 17, 2019, 9:01 PM IST

जयपुर. बम धमाकों के गुनहगारों के बुधवार के दिन सजा सुनाई जाएगी. इससे पहले ईटीवी भारत ने जयपुर के व्यस्ततम बाजारों में एक रियलिटी चैक किया और ये जानने की कोशिश की...कि आखिर जयपुर की जनता कितनी सतर्क है...

समय : दोपहर 12:50 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता अंकुर जाकड़ शहर के छोटी चौपड़ कोतवाली थाने पहुंचे. इस दौरान संवाददाता के पास एक बैग था. जिसे कोतवाली थाने के नजदीक खड़ी एक साइकिल पर टांग दिया गया. चूंकि 13 मई 2008 को जो बम ब्लास्ट हुए थे, उसमें भी साइकिल का प्रयोग किया गया था, इसलिए इस रियलिटी चेक में भी साइकिल का इस्तेमाल किया गया. यहां क्षेत्रीय व्यापारी, आस-पास से गुजरते हुए सैकड़ों लोग, यहां तक कि पुलिस प्रशासन के नुमाइंदे भी कई बार इस साइकिल के नजदीक से गुजरे. लेकिन किसी का इस पर ध्यान तक नहीं गया.

ईटीवी भारत के रियलिटी चैक में जयपुर की जनता नहीं है जागरूक

पढे़ंः स्पेशल रिपोर्ट: 11 साल पहले हुए सीरियल बम ब्लास्ट के जख्म आज भी हरे...पीड़ितों ने रखी फांसी देने की मांग

समय : दोपहर 2:00 बजे
करीब 1 घंटे 10 मिनट बाद हमारे संवाददाता दोबारा कोतवाली थाने के बाहर पहुंचे. जिस बैग को साइकिल पर टांगा गया था, वो अभी भी वहीं मौजूद था. इस बीच कोतवाली थाना एसएचओ भी गश्त के बाद थाने पहुंच चुके थे और उनकी गाड़ी हIकीकत साइकिल के नजदीक खड़ी गई, लेकिन उनकी नजर भी इस पर नहीं पड़ी.

समय : दोपहर 2:15 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता ने साइकिल के नजदीक खड़े कुछ लोगों, दुकानदारों और थड़ी संचालकों से बैग के बारे में जानना चाहा. इस पर उनका कहना था कि लावारिस साइकिल और बैग पर उनकी निगाह नहीं गई. और ना ही उसे लेने कोई वहां पहुंचा. आमजन की सतर्कता को टटोलना चाहा तो सामने थी तो सिर्फ लापरवाही.

पढे़ंः स्पेशल रिपोर्ट: जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट में अबतक हुई जांच पर एक नजर

11 साल बाद जयपुर में काफी बदलाव आ चुका है, लेकिन शहरवासी अब भी जागरूक नहीं हुए हैं. ईटीवी भारत की ओर से छोटी चौपड़ जहां बैक टू बैक दो बम ब्लास्ट हुए थे. वहां रियलिटी चेक किया गया. जिसमें पुलिस प्रशासन से लेकर शहर की आम जनता की जागरूकता और सतर्कता भी सामने आ गई.

जयपुर. बम धमाकों के गुनहगारों के बुधवार के दिन सजा सुनाई जाएगी. इससे पहले ईटीवी भारत ने जयपुर के व्यस्ततम बाजारों में एक रियलिटी चैक किया और ये जानने की कोशिश की...कि आखिर जयपुर की जनता कितनी सतर्क है...

समय : दोपहर 12:50 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता अंकुर जाकड़ शहर के छोटी चौपड़ कोतवाली थाने पहुंचे. इस दौरान संवाददाता के पास एक बैग था. जिसे कोतवाली थाने के नजदीक खड़ी एक साइकिल पर टांग दिया गया. चूंकि 13 मई 2008 को जो बम ब्लास्ट हुए थे, उसमें भी साइकिल का प्रयोग किया गया था, इसलिए इस रियलिटी चेक में भी साइकिल का इस्तेमाल किया गया. यहां क्षेत्रीय व्यापारी, आस-पास से गुजरते हुए सैकड़ों लोग, यहां तक कि पुलिस प्रशासन के नुमाइंदे भी कई बार इस साइकिल के नजदीक से गुजरे. लेकिन किसी का इस पर ध्यान तक नहीं गया.

ईटीवी भारत के रियलिटी चैक में जयपुर की जनता नहीं है जागरूक

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समय : दोपहर 2:00 बजे
करीब 1 घंटे 10 मिनट बाद हमारे संवाददाता दोबारा कोतवाली थाने के बाहर पहुंचे. जिस बैग को साइकिल पर टांगा गया था, वो अभी भी वहीं मौजूद था. इस बीच कोतवाली थाना एसएचओ भी गश्त के बाद थाने पहुंच चुके थे और उनकी गाड़ी हIकीकत साइकिल के नजदीक खड़ी गई, लेकिन उनकी नजर भी इस पर नहीं पड़ी.

समय : दोपहर 2:15 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता ने साइकिल के नजदीक खड़े कुछ लोगों, दुकानदारों और थड़ी संचालकों से बैग के बारे में जानना चाहा. इस पर उनका कहना था कि लावारिस साइकिल और बैग पर उनकी निगाह नहीं गई. और ना ही उसे लेने कोई वहां पहुंचा. आमजन की सतर्कता को टटोलना चाहा तो सामने थी तो सिर्फ लापरवाही.

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11 साल बाद जयपुर में काफी बदलाव आ चुका है, लेकिन शहरवासी अब भी जागरूक नहीं हुए हैं. ईटीवी भारत की ओर से छोटी चौपड़ जहां बैक टू बैक दो बम ब्लास्ट हुए थे. वहां रियलिटी चेक किया गया. जिसमें पुलिस प्रशासन से लेकर शहर की आम जनता की जागरूकता और सतर्कता भी सामने आ गई.

Intro:जयपुर - 13 मई 2008 को राजधानी में हुए सीरियल बम ब्लास्ट 71 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 185 लोग घायल हुए थे। बुधवार को इन बम धमाकों के आरोपियों को सजा सुनाई जाएगी। इससे पहले जयपुर की छोटी चौपड़ से ईटीवी भारत ने आम जनता की सतर्कता और जागरूकता को लेकर किया रियलिटी चैक।


Body:समय : दोपहर 12:50 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता अंकुर जाकड़ शहर के छोटी चौपड़ कोतवाली थाने पहुंचे। इस दौरान संवाददाता के पास एक बैग था। जिसे कोतवाली थाने के नजदीक खड़ी एक साइकिल पर टांग दिया गया। चूंकि 13 मई 2008 को जो बम ब्लास्ट हुए थे, उसमें भी साइकिल का प्रयोग किया गया था, इसलिए इस रियलिटी चेक में भी साइकिल का इस्तेमाल किया गया। यहां क्षेत्रीय व्यापारी, आस-पास से गुजरते हुए सैकड़ों लोग, यहां तक कि पुलिस प्रशासन के नुमाइंदे भी कई बार इस साइकिल के नजदीक से गुजरे। लेकिन किसी का इस पर ध्यान तक नहीं गया।

समय : दोपहर 2:00 बजे
करीब 1 घंटे 10 मिनट बाद हमारे संवाददाता दोबारा कोतवाली थाने के बाहर पहुंचे। जिस बैग को साइकिल पर टांगा गया था, वो अभी भी वहीं मौजूद था। इस बीच कोतवाली थाना एसएचओ भी गश्त के बाद थाने पहुंच चुके थे और उनकी गाड़ी हIकीकत साइकिल के नजदीक खड़ी गई, लेकिन उनकी नजर भी इस पर नहीं पड़ी।

समय : दोपहर 2:15 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता ने साइकिल के नजदीक खड़े कुछ लोगों, दुकानदारों और थड़ी संचालकों से बैग के बारे में जानना चाहा। इस पर उनका कहना था कि लावारिस साइकिल और बैग पर उनकी निगाह नहीं गई। और ना ही उसे लेने कोई वहां पहुंचा। आमजन की सतर्कता को टटोलना चाहा तो सामने थी तो सिर्फ लापरवाही।


Conclusion:11 साल बाद जयपुर में काफी बदलाव आ चुका है, लेकिन शहरवासी अब भी जागरूक नहीं हुए हैं। ईटीवी भारत की ओर से छोटी चौपड़ जहां बैक टू बैक दो बम ब्लास्ट हुए थे। वहां रियलिटी चेक किया गया। जिसमें पुलिस प्रशासन से लेकर शहर की आम जनता की जागरूकता और सतर्कता भी सामने आ गई।
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