जयपुर. सीबीएसई के बाद अब राजस्थान में भी 10 और 12वी की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद इसकी घोषणा की. शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रियों और एक्सपर्ट से मिले सुझाव के बाद में यही फैसला लिया गया कि बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए परीक्षा रद्द की जाए.
देशभर में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 12वीं परीक्षा को रद्द करने के बाद कांग्रेस शासित प्रदेशों पर भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने का दबाव आखिरकार सही सिध्द हुआ. मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार को करीब 3 घण्टे से अधिक चली बैठक के बाद राज्य में बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया.
शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने इसको लेकर घोषणा की. डोटासरा ने कहा कि मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रियों ने एक्सपर्ट कई सुझाव था कि इस कोरोना संक्रमण के वक्त बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर किसी तरह का कोई रिस्क नहीं ले जा सकता. ऐसे में मौजूदा सत्र की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए. सभी के सुझाव के बाद में मुख्यमंत्री स्तर पर इस बात को लेकर निर्णय लिया गया कि अब राजस्थान की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित करने की बजाय इन्हें रद्द किया जाता है.
गोविंद डोटासरा ने कहा कि हालांकि इसमें एक विकल्प सीबीएसई की तर्ज पर रखा गया है कि अगर कोई भी छात्र अपने अंकों को लेकर संतुष्ट नहीं होता है तो वह एग्जाम का जो फार्मूला बनेगा उसको फॉलो कर सकता है. गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किस तरह से बच्चों के अंक दिए जाएं या परिणाम का क्या फार्मूला रहे, उसको लेकर जल्द ही अधिकारियों की ओर से ड्राफ्टिंग की जाएगी. संभवतः गुरुवार तक इस संबंध में निर्णय ले लिया जाएगा.
गौरतलब है कि इस संदर्भ में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर एआईसीसी की महासचिव प्रियंका गांधी और एनएसयूआई के साथ राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी विशेष दबाव बना हुआ था.