जयपुर. राजधानी में गुरुवार को तेज बारिश के साथ जमकर ओले बरसे. ओलावृष्टि होने से जयपुर शहर में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई. बिन मौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों का भारी नुकसान हुआ है. वहीं, राजधानी जयपुर में ओलावृष्टि से बेजुबान पक्षी भी घायल हो गए हैं.
ओलों की मार पड़ने से घायल हुए पक्षियों को पक्षी प्रेमियों ने पक्षी चिकित्सालय पहुंचाया, जहां पर चिकित्सकों ने उपचार शुरू किया. जयपुर के मालवीय नगर स्थित राजस्थान जनमंच पक्षी चिकित्सालय में करीब 107 घायल पक्षियों को पहुंचाया गया, जिनका इलाज किया जा रहा है.
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पक्षी चिकित्सालय के संस्थापक कमल लोचन ने बताया, कि राजधानी में आई प्राकृतिक विपदा के चलते पक्षियों को बचाने के लिए चिकित्सालय की ओर से टीमों का गठन कर अलग-अलग जगह पर भेजा गया और ओलावृष्टि से घायल पक्षियों को बचाने के लिए पक्षी बचाव अभियान चलाया गया. कार्यकर्ताओं की टीम ने शहर के विभिन्न स्थानों से घायल पक्षियों को पक्षी चिकित्सालय में लाकर उपचार करवाया.
राजधानी के पक्षी चिकित्सालय में करीब 107 घायल पक्षियों को लाया गया, जिनमें से 47 पक्षियों को उपचार के बाद वापस खुले आसमान में उड़ा दिया गया. वहीं आम व्यक्तियों और राहगीरों ने भी 35 घायल पक्षियों को राजस्थान जनमंच पक्षी चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुंचाया. पक्षियों के चुगा स्थलों पर काफी संख्या में घायल पक्षी पाए गए, जो कि ओलों की मार से बच नहीं सके. अचानक मौसम में आए परिवर्तन और ओलावृष्टि के कारण हजारों पक्षी घायल होने की आशंका जताई जा रही है.
वहीं, पक्षी चिकित्सालय की ओर से आम नागरिकों से अपील की गई है, कि किसी को भी कोई घायल पक्षी मिले तो उसे तुरंत पक्षी चिकित्सालय में पहुंचाया और पक्षियों को बचाने में मदद करें.