बीकानेर. श्रीगंगानगर की जीवनदायिनी कही जाने वाली गंग नगर में पंजाब की सतलुज नदी से आ रहा दूषित पानी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. जिसमें पंजाब की सैकड़ों औद्योगिक फैक्ट्रियों के अपशिष्ट व केमिकल युक्त गंदा पानी डाला जा रहा है. यहीं पानी श्रीगंगानगर जिले में नहर के जरिए लोगों तक पहुंच रहा है. जिसे पीने को लोग मजबूर हैं.
ये काला पानी लोगों को जीवन देने के बजाए बीमारियां दे रहा है. बीकानेर संभाग के जिलों की मुख्य नहरों का पानी पड़ोसी राज्य पंजाब से आता है. यहां सिंचाई से लेकर पीने तक का पानी देश की सबसे बड़ी इंदिरा गांधी नहर परियोजना से मिलता है. या यूं कहें कि श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जिले के लोग इसी नहर के पानी पर आश्रित हैं. लेकिन पंजाब सरकार की उदासीनता के चलते नहरों का भविष्य खतरे में है. गंग नहर में पंजाब से आ रहे केमिकल युक्त पानी लोगों की जिंदगी में जहर घोल रहा है.
इसी जनहित के मुद्दे को लेकर ईटीवी भारत पहुंचा बीकानेर जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के आवास. जहां उनको आजादी 'काले पानी' की इस मुहिम के बारे में बड़ी बारिकी से अवगत कराया गया. जहां उन्होंने इसके समाधान के लिए बात की. नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर क्लिक कर जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के साथ बातचीत देख सकते हैं.