बीकानेर. वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस की जद में अब बीकानेर भी आ गया है. बीकानेर में शुक्रवार को जारी हुई रिपोर्ट में दोनों कोरोना वायरस पॉजिटिव रोगी की उम्र 29 और 38 साल है. बताया जा रहा है कि यह दोनों लोग तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं और त्रिपुरा से बीकानेर आए थे.
इस पूरे मामले में बीकानेर जिला प्रशासन और चिकित्सा प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है. दरअसल दिल्ली में हुई तबलीगी जमात के रोगियों की स्क्रीनिंग में पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद पूरे देश की तरह बीकानेर में भी चिकित्सा और जिला प्रशासन की नींद उड़ी. साथ ही ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिसके बाद शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में 2 रोगी सामने आए हैं.
हैरत की बात यह है कि दिल्ली का मामला सामने आने के बाद दो दिन पहले 1 अप्रैल को बीकानेर के जिला कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इस बात का दावा कर रहे थे कि बीकानेर में आए हुए जमात से जुड़े हुए लोग 1 महीने से भी ज्यादा समय से बीकानेर में हैं और इन सब की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनका कोरोना को लेकर आइसोलेशन वाला समय भी निकल चुका है. इनमें किसी भी प्रकार की कोई कोरोना लक्षण नहीं हैं. लेकिन बावजूद इसके 2 रोगी सामने आना सीधे तौर पर प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है.
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जो दो रोगी सामने आए हैं, वे बीकानेर में अलग-अलग तीन मस्जिदों में रह रहे थे. कई लोगों से संपर्क में आने की बात भी सामने आ रही है. ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि क्या बीकानेर में भी कोरोना को लेकर कोई लंबी चैन तो नहीं बन चुकी है. उधर बीकानेर में दो पॉजिटिव रोगी सामने आने के बाद शुक्रवार को बीकानेर के कोटगेट और सदर थाना क्षेत्र के दो इलाकों में जिला कलेक्टर ने कर्फ्यू के आदेश जारी किए हैं.
गौरतलब है कि बीकानेर में तबलीगी जमात से जुड़े हुए 36 लोगों की जांच की गई थी. इनको स्क्रीनिंग कर इनका का सैंपल लिया गया था, जिनमें तीन लोगों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है.