बीकानेर. रविवार को बीकानेर में एक दर्दनाक हादसा हुआ. जिले के उपनगर गंगाशहर में एक निर्माणाधीन बिल्डिंग भरभरा कर गिर जाने से 3 लोगों की मौत हो गई. वहीं घटना में 5 लोग घायल हो गए हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. प्रशासन के कई अफसर भी मौके पर पहुंचे हैं और राहत कार्य शुरू किए गए हैं.
जिले में रविवार शाम को बीकानेर में हुई हल्की बारिश के बाद जिले के उपनगर गंगाशहर में एक निर्माणाधीन बिल्डिंग अचानक ढह गई. हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई. वहीं घटना में 5 लोग घायल हो गए. हादसे के बाद आसपास मौजूद लोग घायलों को अस्पताल लेकर गए जहां तीन घायलों ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि हादसे में मरने और घायल होने वाले लोग निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम करने वाले मजदूर थे. हादसे में मारे गए तीन मजूदरों में दो सगे भाई थे और तीसरा भी इसी परिवार का रिश्तेदार था. फिलहाल, घायलों का इलाज जारी है.
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बीकानेर के गंगाशहर नगर में जैन कॉलेज के सामने निर्माणाधीन बिल्डिंग में यह हादसा हुआ है. हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन के लोग और स्थानीय पार्षद मौके पर पहुंचे. घटना के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल और ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने भी घटना पर दुख जताते हुए अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत कर घायलों को तत्काल चिकित्सा व्यवस्था मुहैया करवाने के निर्देश दिए.
जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि जिस बिल्डिंग में यह हादसा हुआ है वहां पर शराब की दुकान खोली जानी है और पिछले दिनों शराब की दुकान को खोलने को लेकर ही वहां लोगों ने आपत्ति जताई थी. उधर, हादसे के बाद जिला प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निर्माण स्वीकृति और अन्य फाइलों को लेकर अधिकारियों को तलब किया है. जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा है कि हादसे के लिए लापरवाही बरतने वाले संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के साथ ही बिल्डिंग के मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
तीन मंजिला निर्माण में लापरवाही
बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य में लापरवाही बढ़ती गई और दूसरी और तीसरी मंजिल को एक-दो दिनों में ही खड़ा कर दिया गया और ऐसे में गुणवत्ता युक्त निर्माण सामग्री नहीं होने को लेकर भी बात कही जा रही है. बिल्डिंग के अवैध रूप से निर्माण करने को लेकर भी स्थानीय लोगों ने नगर निगम में शिकायत की थी लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. हालांकि, हादसे के बाद अभी तक स्थानीय लोगों की ओर से जिला प्रशासन को इस बारे में कोई शिकायत देने की बात सामने नहीं आई है.