बीकानेर. नहर बंदी के चलते आम आदमी को होने वाली पेयजल की किल्लत के चलते बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों को पेयजल की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसको लेकर बीकानेर में किन्नर समाज आगे आया है. किन्नरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक परमेंद्र सिरोही से मुलाकात की और अगले एक महीने के लिए हर रोज पीबीएम अस्पताल में 4 पानी के टैंकर देने की बात कही. अस्पताल अधीक्षक से मिलने आए किन्नर इस दौरान अपने साथ एक पानी का टैंकर भी लेकर आए.
किन्नर मुस्कान बाई का कहना था कि पीबीएम अस्पताल बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है और यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को बीमारी के इलाज से वैसे ही खासी परेशानी होती है, लेकिन जब से नहर बंदी के बारे में सुना है तो लगा कि पेयजल की किल्लत उन्हें और परेशान करेगी. ऐसे में हम लोगों ने इस बात का निर्णय किया है कि अगले एक महीने तक हर रोज पीबीएम अस्पताल हर रोज चार टैंकर पानी के देने का फैसला किया है.
पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. परमेंद्र सिरोही ने किन्नरों की इस पहल को सामाजिक सरोकार से जुड़ी पहल बताते हुए कहां की बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल पीबीएम अस्पताल है और यहां आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में हर दिन मरीज अपने इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सहयोग करने के लिए की गई यह पहल वाकई आप लोगों के लिए भी प्रेरणादायी है.
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उन्होंने कहा कि नहर बंदी होने के बाद अस्पताल में पानी की किल्लत से मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी नहीं हो, इसके लेकर किन्नरों की यह पहल स्वागत योग्य है. गौरतलब है कि नहर के रखरखाव और मरम्मत को लेकर इंदिरा गांधी नहर परियोजना प्रशासन ने 7 मार्च से नहर बंदी की है. नहरबंदी कुल 84 दिनों के लिए होगी. ऐसे में गर्मी के मौसम में पेयजल की दिक्कत को लेकर पीबीएम अस्पताल प्रशासन ने भी दो ट्यूबवेल शुरू करवाने का निर्णय किया है.