बीकानेर. राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष (State Human Rights Commission Chairman) जस्टिस गोपाल व्यास सोमवार को बीकानेर दौरे पर रहे. इस दौरान सर्किट हाउस में जस्टिस व्यास ने जिले के अधिकारियों के साथ पिछले दौरे के समय आई परिवेदनाओं को लेकर समीक्षा (Justice Gopal Krishna Vyas held public hearing in Bikaner) करने के साथ ही जनसुनवाई भी की. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में जस्टिस जीके व्यास ने कहा कि कोरोना काल के बावजूद पिछले एक साल में आयोग के स्तर पर 4300 शिकायतों का निस्तारण किया गया है.
अलग-अलग विभागों से जुड़ी आती हैं समस्याएं
इस दौरान जस्टिस वीके व्यास ने बताया कि पुलिस से पीड़ित की शिकायत आती है उन्होंने कहा कि हाल ही में पुलिस थानों में राज्य सरकार को सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए थे और उसके बाद सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रेवन्यू से जुड़े मामलों में शिकायती आती हैं जिसमें रास्ता बंद करने की भी मामले होते हैं और इन सब में विवेक आधार पर निर्णय लेकर निस्तारण कराया गया है.
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साथ ही उन्होंने परिवदेनाओं के बढ़ने को लेकर कहा की जनसंख्या बढ़ रही है. उस अनुपात में संसाधनों की कमी है. सरकारी विभागों में अधिकारियों, कर्मचारियों की कमी होने को लेकर भी उन्होंने कहा कि जिसकी वजह से कई बार लोगों को परेशानी होती है.
लालफीताशाही पर बोले व्यास
इस दौरान सरकारी विभागों में अधिकारियों और कर्मचारियों के काम टरकाने की प्रवृत्ति मिलती शिकायतों पर उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए और वे सरकारी नौकरी में सेवा के लिए आए हैं और सेवा का भाव रखना जरूरी है.