बीकानेर. कोरोना के चलते देश में हुई पहली मौत के बीच राजस्थान में चिकित्सा विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. बीकानेर में चिकित्सा विभाग ने एतिहयात बरतते हुए घर घर सर्वे शुरू किया है. शहर में अलग अलग टीमें बनाकर चिकित्सा विभाग ने घर घर सर्वे करते हुए खांसी बुखार और सर्दी के लक्षण वाले मरीजों को चिन्हित करने का काम शुरू किया है.
दरअसल कोरोना के लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों को चिन्हित कर उनके संक्रमण से बचाव को लेकर भी चिकित्सा विभाग की टीमें लोगों को घर में जाकर बचाव के तरीके बता रहे हैं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाई गई टीमों में नर्सिंग स्टॉफ के अलावा नर्सिंग स्टूडेंट भी शामिल हैं. जिन्हें इसको लेकर पूरी ट्रेनिंग दी गई है, ताकि वो लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक कर सकें.
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नर्सिंग स्टूडेंट आकांक्षा सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से वे सर्वे कर संभावित लक्षण वाले लोगों की सूची बना रही हैं. साथ ही लोगों को कोरोना के बचाव को लेकर जानकारी दे रही हैं. जानकारी के मुताबिक सर्वे अगले तीन दिन तक चलेगा, जिसमें बीकानेर में सभी घरों का सर्वे किया जाएगा.
वेतन नहीं मिलने पर पीबीएम के सफाई कर्मचारियों ने दिया धरना
बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट होती नजर आ रही है. दरअसल अस्पताल में निविदा पर काम करने वाले सफाई कर्मचारी वेतन नहीं मिलने से नाराज होकर हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू कर दिया है. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें होली पर भी वेतन नहीं मिला, जिसके चलते उनका त्यौहार पूरी तरह से फीका रह गया.
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि दूसरा माह शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक वेतन नहीं मिला है. जिसके चलते उनके सामने घर चलाने का संकट खड़ा हो गया है. सफाई कर्मचारी गोपाल वाल्मीकि का कहना है कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलता, वे काम पर नहीं लौटेंगे. साथ ही पीबीएम अस्पताल में 35 सालों में सफाई कर्मचारियों की नियमित भर्ती नहीं हो रही है.