ETV Bharat / city

बीकानेर में आखातीज पर हुई पतंगबाजी, दूसरे साल भी रहा कोरोना का असर

author img

By

Published : May 15, 2021, 4:18 AM IST

आखातीज यानी अक्षय तृतीया के मौके पर बीकानेर में जमकर पतंगबाजी होती है. दरअसल, अक्षय द्वितीया के दिन बीकानेर की स्थापना हुई थी और कई साल से ये परंपरा है कि 2 दिन बीकानेर में पतंगबाजी होती है. लेकिन, अक्षय तृतीया के मुकाबले अक्षय तृतीया को पतंगबाजी परवान पर होती है. लेकिन कोरोना का शहर पतंगबाजी पर भी देखने को मिला.

bikaner news, आखातीज पर पतंगबाजी
बीकानेर में आखातीज पर हुई पतंगबाजी

बीकानेर. कोरोना महामारी ने देश और दुनिया पर बुरा असर डाला है. पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था, उद्योग, रोजगार, उत्सव, त्योहार और परंपराओं पर इसका असर देखने को मिला है. अक्षय तृतीया के दिन बीकानेर में जमकर पतंगबाजी होती है.

पढ़ें: कालाबाजारी करने वालों की शिकायत पुलिस हेल्पलाइन 100 पर करें, सरकार करेगी सख्त कार्रवाई: CM गहलोत

दरअसल, बीकानेर नगर की स्थापना अक्षय द्वितीया को हुई थी और बीकानेर में लंबे अरसे से अक्षय तृतीया को पतंगबाजी करने की परंपरा है और अक्षय तृतीया को पतंगबाजी पूरे परवान पर होती है. लगातार दूसरे साल कोराना के चलते पतंगबाजी पर भी असर देखने को मिला है. हालांकि शुक्रवार को बीकानेर में पतंगबाजी हुई और लोग गर्मी में भी पूरे परिवार के साथ छतों पर पतंगबाजी करते हुए नजर आए.

बीकानेर में आखातीज पर हुई पतंगबाजी,

पढ़ें: Special: राजस्थान में सरसों, चने की सरकारी खरीदी का टारगेट पूरा होने में संकट लेकिन किसान खुश...जानिए वजह

बता दें कि पिछले साल जिला कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण के चलते पतंगबाजी पर रोक लगा दी थी, लेकिन इस साल प्रशासन ने पतंगबाजी पर रोक नहीं लगाई. लॉकडाउन के चलते पतंग और मांझा की दुकानें खुल नहीं पाई. ऐसे में मांझा और पतंग की बिक्री नहीं हो पाई. लोगों के पास ज्यादा पतंग और मांझा नहीं होने से पतंगबाजी पर भी इसका असर देखने को मिला.बावजूद उसके लोगों ने कई साल से चली आ रही परंपरा के निर्वहन में उत्साह दिखाया और गर्मी के बावजूद भी लोग छतों पर डटे नजर आए.

कोरोना से 12 मरीजों की मौत
बीकानेर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होती नजर नहीं आ रही है. शुक्रवार को बीकानेर में 547 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए. वहीं 12 कोरोना मरीजों की मौत हो गई.

बीकानेर. कोरोना महामारी ने देश और दुनिया पर बुरा असर डाला है. पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था, उद्योग, रोजगार, उत्सव, त्योहार और परंपराओं पर इसका असर देखने को मिला है. अक्षय तृतीया के दिन बीकानेर में जमकर पतंगबाजी होती है.

पढ़ें: कालाबाजारी करने वालों की शिकायत पुलिस हेल्पलाइन 100 पर करें, सरकार करेगी सख्त कार्रवाई: CM गहलोत

दरअसल, बीकानेर नगर की स्थापना अक्षय द्वितीया को हुई थी और बीकानेर में लंबे अरसे से अक्षय तृतीया को पतंगबाजी करने की परंपरा है और अक्षय तृतीया को पतंगबाजी पूरे परवान पर होती है. लगातार दूसरे साल कोराना के चलते पतंगबाजी पर भी असर देखने को मिला है. हालांकि शुक्रवार को बीकानेर में पतंगबाजी हुई और लोग गर्मी में भी पूरे परिवार के साथ छतों पर पतंगबाजी करते हुए नजर आए.

बीकानेर में आखातीज पर हुई पतंगबाजी,

पढ़ें: Special: राजस्थान में सरसों, चने की सरकारी खरीदी का टारगेट पूरा होने में संकट लेकिन किसान खुश...जानिए वजह

बता दें कि पिछले साल जिला कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण के चलते पतंगबाजी पर रोक लगा दी थी, लेकिन इस साल प्रशासन ने पतंगबाजी पर रोक नहीं लगाई. लॉकडाउन के चलते पतंग और मांझा की दुकानें खुल नहीं पाई. ऐसे में मांझा और पतंग की बिक्री नहीं हो पाई. लोगों के पास ज्यादा पतंग और मांझा नहीं होने से पतंगबाजी पर भी इसका असर देखने को मिला.बावजूद उसके लोगों ने कई साल से चली आ रही परंपरा के निर्वहन में उत्साह दिखाया और गर्मी के बावजूद भी लोग छतों पर डटे नजर आए.

कोरोना से 12 मरीजों की मौत
बीकानेर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होती नजर नहीं आ रही है. शुक्रवार को बीकानेर में 547 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए. वहीं 12 कोरोना मरीजों की मौत हो गई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.