बीकानेर. बीकानेर नगर निगम की महापौर के पति विक्रम सिंह और कांग्रेसी पार्षदों के खिलाफ नगर निगम उपायुक्त जगमोहन हर्ष की ओर से मारपीट करने का मुकदमा दर्ज करवाया गया था, जिसको लेकर गुरुवार को बीकानेर में हलचल देखने को मिली. इस मामले में गुरुवार को कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने नगर निगम में इकट्ठा होकर उपायुक्त की ओर से दर्ज करवाए गए मुकदमे को लेकर आक्रोश जताया.
वहीं, महापौर के नेतृत्व में सभी पार्षदों ने जिला कलेक्टर कुमारपाल गौतम से मुलाकात की और उपायुक्त की कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष जताया. इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर उपायुक्त के खिलाफ महापौर के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की.
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उधर, महापौर के पति विक्रम सिंह का कहना है कि उपायुक्त जगमोहन और अन्य कर्मचारियों ने आचार संहिता के दौरान गलत तरीके से भ्रष्टाचार करते हुए एक बिल्डिंग के निर्माण की स्वीकृति जारी कर दी थी और इसको लेकर 7 दिन पहले ही महापौर ने उन्हें 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया था, जिसके चलते दबाव की राजनीति अपनाते हुए उन्होंने मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.
वहीं, उपायुक्त का कहना है कि नगर निगम आयुक्त एक सक्षम अधिकारी हैं और किसी भी तरह की कोई भी जानकारी महापौर को उनके लेनी चाहिए और जो भी काम किया गया है. वह नियम के साथ किया गया है और यदि किसी तरह की कोई आशंका है तो उसके लिए सक्षम स्तर के अधिकारी हैं. उन्होंने कहा कि महापौर के पति ने उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उनसे मारपीट की और इसी को लेकर उन्होंने मुकदमा दर्ज करवाया है.