बीकानेर. कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के बीच अपने घर वापस लौटने की इच्छा रखने वाले लोगों के सामने काफी समस्याएं और परेशानी का सामना करना पड़ा. देश के अलग-अलग भागों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों को इस समस्या से दो-चार होना पड़ा. हालांकि अब लगातार ऐसे लोग घर वापसी कर रहे हैं. लेकिन कई दिनों की जद्दोजहद के बाद उन्हें सफलता मिल रही है.
वहीं, अधिकांश लोग ऐसे भी हैं, जो आज भी अपने घर से दूर उसी जगह अटके हुए हैं जहां पर काम कर रहे थे. खासतौर से उन इलाकों में रह रहे लोगों को काफी परेशानी हो रही है, जो रेड जोन एरिया में रह रहे हैं और कर्फ्यू ग्रस्त उन इलाकों से घर वापसी का कोई सीधा रास्ता नहीं सूझ रहा है.
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कुछ ऐसा ही एक मामला लुधियाना में रह रहे बीकानेर के 20 लोगों से जुड़ा हुआ था. पंजाब के लुधियाना में रह रहे यह लोग काफी समय से घर वापसी का प्रयास कर रहे थे. लेकिन किसी तरह से कोई मदद नहीं मिल रही थी. इस मामले में बीकानेर के उपनगर गंगाशहर में रहने वाले समाजसेवी दिलीप बांठिया ने ईटीवी भारत से मदद की गुहार लगाई.
जिसके बाद बीकानेर मूल के लुधियाना में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आईपीएस दीपक पारीक से जब ईटीवी भारत ने संपर्क किया, तो इन लोगों की घर वापसी का रास्ता साफ हुआ. लुधियाना से वापस लौटे युवा मयंक बोथरा ने कहा कि लॉकडाउन में वहां फंस गए थे और किसी तरह से घर वापसी का कोई जरिया नहीं बचा था. लेकिन ईटीवी भारत के प्रयासों से घर वापसी सफल हुई.
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इसे लेकर युवा नीरज जैन ने भी ईटीवी भारत का आभार जताया. समाजसेवी दिलीप बांठिया ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे लोगों की घर वापसी कराई गई. लेकिन पंजाब से बहुत मुश्किल हुई. बांठिया ने इस काम के लिए ईटीवी भारत का शुक्रिया अदा करते हुए आईपीएस दीपक पारीक के सहयोग के लिए भी आभार जताया.
वापस लौटे लोगों ने बताया कि बीकानेर में प्रवेश करने के बाद उनकी स्क्रीनिंग और जांच की गई. इसके अलावा उनसे होम क्वॉरेंटाइन का 50 हजार का मुचलका भरवाया गया. वहीं, ड्यूटी पर तैनात चिकित्साकर्मी ने कहा कि गुरुवार को इस चेक पोस्ट पर कुल 66 लोग लौटे हैं, जिनके नाम और मोबाइल नंबर रिकॉर्ड में है.