बीकानेर. कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार की ओर से 31 मार्च तक के लॉक डाउन के आदेशों की दूसरे ही दिन बीकानेर में धज्जियां उड़ती नजर आई. अल सुबह से ही लोग सड़कों पर नजर आने लगे. राज्य सरकार ने जिस उद्देश्य के साथ लॉक डाउन की घोषणा की थी, उस लिहाज से लोगों में गंभीरता नजर नहीं आई.
आमजन हर रोज की तरह ही सड़क पर निकलते हुए दिखे. हालांकि लॉकडाउन के चलते बाजार पूरी तरह से बंद थे. लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की बाजारों में चहल कदमी रही. वहीं, जरूरी सेवाओं जैसे दवाइयों, किराना समान की दुकानों को लॉकडाउन से मुक्त रखा गया था. जिसके चलते बाजारों में दवाई और किराना की दुकानें खुली नजर आई.
लॉकडाउन को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मी भी तैनात नजर आए. लेकिन इन सब के बावजूद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर नजर आए. जिसके चलते सरकार के लॉक डाउन की मंशा पूरी होती नजर नहीं आई. अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुनीता चौधरी ने कहा कि सरकार ने आवश्यक सेवाओं को लॉकडाउन से मुक्त किया है और एक दिन पहले जनता कर्फ्यू के चलते कई लोग घरों से बाहर नहीं निकले थे.
पढ़ें- Corona : भीलवाड़ा में चौथे दिन भी जारी कर्फ्यू, 13 पॉजिटिव केस के बाद घर-घर सर्वे कर रही टीमें
ऐसे में अब सामान लेने के लिए लोग बाहर निकले हैं, जिसके चलते भीड़ थोड़ी ज्यादा है. वहीं, शहर के राउंड पर निकले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर पवन कुमार मीणा ने स्वीकार किया कि सुबह इस तरह की शिकायतें मिली थी, यहां तक कि कई ऑटो टैक्सी भी शहर में घूमती नजर आई.
हालांकि जिस तरह से लोगों की लापरवाही लॉकडाउन को लेकर नजर आई उसके बाद सरकार की ओर से कर्फ्यू जैसे हालात बन सकते है. साथ ही एतिहयात के तौर पर सरकार इस तरह के कदम भी उठा सकती है.