बीकानेर. प्रखर समाजवादी नेता चिंतक और पूर्व वित्त मंत्री मानिकचंद सुराणा का बुधवार को निधन हो गया. सुराणा का जयपुर में अस्पताल में इलाज हो रहा था. कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें 29 अक्टूबर को जयपुर के आरयूएचएस में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने के चलते उन्हें अस्पताल में ही रखा गया. इसके बाद उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल में शिफ्ट किया गया.
पांच बार रहे विधायकः
90 साल के सुराणा लूणकरणसर से आखिरी बार 2013 में विधायक रहे. सुराणा पांच बार विधानसभा के सदस्य रहे. अब तक वे तीसरी, छठी, आठवीं, 11वीं, 14वीं विधानसभा में सदस्य रहे. 2014 में उन्हें विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक चुना गया.
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समाजवादी नेता के तौर रही पहचानः
मानिक चंद सुराणा की पहचान बीकानेर में समाजवादी नेता के तौर पर रही और 1962 में पहली बार प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से कोलायत के विधायक चुने गए. उसके बाद 1977, 1985 और 2000 में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी से और 2013 में बतौर निर्दलीय विधानसभा में विधायक चुने गए. भाजपा सरकार के समय वित्त आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
भरा पूरा परिवारः
सुराणा अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ के गए हैं. उनके दो पुत्र राजेंद्र सुराणा, जितेंद्र सुराणा और पुत्री पूर्णिमा सुराणा हैं. तो वहीं, उनके पौत्र सिद्धार्थ सुराणा सहित उनका भरा पूरा परिवार है. पिछले दिनों उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था.