बीकानेर. नगर निगम की अंतिम साधारण सभा की बैठक बुधवार को आयोजित की गई. बैठक में पिछली बैठकों की तरह हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिला. दरअसल बुधवार को आयोजित नगर निगम साधारण सभा की बैठक बीकानेर के जयपुर रोड स्थित निजी कॉलोनियों को शहरी सीमा में शामिल करने की मांग को लेकर सरकार की ओर से नगर निगम से मांगी गई आपत्ति के बारे में थी.
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बैठक के शुरू होते ही नगर निगम में कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर नारायण चौपड़ा पर बैठक के मिनट्स की जानकारी नहीं होने का आरोप लगाया. साथ ही नगर निगम की ओर से जिन निजी कॉलोनियों को लेकर सदन में चर्चा करने की बात कही गई थी. उसकी सर्वे रिपोर्ट सदन के पटल पर रखने की मांग की गई.
हालांकि महापौर चौपड़ा की ओर से सदन में सर्वे रिपोर्ट रखने के बजाय सदस्यों से कॉलोनियों को शामिल करने के लिए समर्थन और विरोध पर अपनी राय रखने की बात कही गई. जिस पर कांग्रेसी पार्षद और नेता प्रतिपक्ष जावेद परिहार भड़क गए. हालांकि इस दौरान जब कांग्रेसी पार्षद बोलने के लिए खड़े हुए तो भाजपाई पार्षदों ने कोलाहल शुरू कर दिया. साथ ही कांग्रेसी पार्षदों की बात को नहीं सुनने दिया जिस पर कांग्रेसी पार्षद महापौर के पास पहुंच गए और अपना विरोध जताया.
नेता प्रतिपक्ष जावेद परिहार ने कहा कि पिछले 5 साल में नगर निगम में भ्रष्टाचार हुआ. महापौर और भाजपा के पार्षदों ने शहर के विकास का कोई ध्यान नहीं रखा. साथ ही बीकानेर पिछले 5 सालों में विकास के मामले में 10 साल पीछे चला गया. काफी देर के हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच महापौर नारायण चौपड़ा ने राष्ट्रगान की घोषणा कर बैठक को समाप्त करने की घोषणा की.