बीकानेर. कोरोना की महामारी के बीच ऑक्सीजन की कमी को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं, लेकिन इसी बीच बीकानेर के ऑक्सीजन मॉडल को लेकर अब चर्चा देखने को मिल रही है. ग्राउंड लेवल पर संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से जिला कलेक्टर्स के साथ वीसी कर हालातों का जायजा लिया गया. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान सहित देश के अलग-अलग राज्यों के 60 से ज्यादा जिला कलेक्टर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और इस दौरान 10 राज्यों के 6 जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री के साथ संवाद करने का मौका मिला, जिसमें राजस्थान से एकमात्र बीकानेर के जिला कलेक्टर नमित मेहता ने प्रधानमंत्री के साथ संवाद किया.
इस दौरान करीब 9:30 मिनट तक बीकानेर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने प्रधानमंत्री के साथ संवाद किया और बीकानेर में किये गए कार्यों की जानकारी दी. पीएम के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग संवाद के बाद ईटीवी भारत ने जिला कलेक्टर नमित मेहता से खास बातचीत की और इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि संवाद के दौरान बीकानेर में कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग, डोर टू डोर सर्वे के साथ ही बीकानेर के ऑक्सीजन अपव्यय को रोकने के मॉडल को लेकर भी जानकारी दी.
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जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना के मरीजों को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की दिक्कत के साथ ही इसकी उपलब्धता में भी कमी आई, ऐसे में जरूरतमंद को किसी भी तरह से ऑक्सीजन की कमी नहीं हो इसको लेकर ऑक्सीजन के अपने पर ही फोकस किया गया और ऑक्सीजन मित्र को तैनात कर जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित की गई.
उन्होंने कहा कि इस नवाचार से ऑक्सीजन का अपव्यय रुका और जिस मरीज को साडे चार सिलेंडर ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत बताई थी वह ढाई से तीन सिलेंडर तक सीमित हो गई. यही कारगर रहा और अब बीकानेर में किसी भी तरह से ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं है. इसके अलावा तीसरी लहर की आशंका को लेकर तैयारियों के लिए बच्चों के अस्पताल में कोरोना इलाज प्रबंधन की समुचित तैयारी के साथ ही वैक्सीनेशन की भी जानकारी दी गई. प्रधानमंत्री के साथ संवाद में राजस्थान से एकमात्र कलेक्टर के रूप में खुद के होने को लेकर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह एक गौरव का पल रहा.