बीकानेर. बीकानेर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लॉकडाउन खुलने के साथ ही बीकानेर में मामले तेजी से बढ़े हैं. हालांकि बीकानेर में संक्रमण के आए सभी मामले प्रवासियों के चलते नहीं हुए बल्कि पॉजिटिव के संक्रमण की चेन से पॉजिटिव ज्यादा हुए.
बता दें कि बीकानेर के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर 13625 सैंपल की कुल जांच की गई, जिनमें से 109 पॉजिटिव आए हैं. हालांकि बीकानेर में संभागीय मुख्यालय होने के साथ ही मेडिकल कॉलेज होने और प्रवासियों के घरवापसी के मामले में प्रदेश में पांचवा जिला होने के बावजूद भी जांच की रफ्तार अन्य जिलों के मुकाबले कम होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पिछले 7 दिन में जांच का दायरा लगातार बढ़ाया गया है और आगे भी ज्यादा से ज्यादा जांच पर फोकस रहेगा.
मीणा ने कहा कि आमजन जांच के मामले में सहयोग नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमने स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर पार्षद तक संपर्क किया है ताकि संदिग्ध व्यक्ति की जांच में कोई दिक्कत नहीं हो, लेकिन कई बार सहयोग नहीं मिलता. बीकानेर में क्वॉरेंटाइन सेंटर को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार बीकानेर में 12 स्टेट क्वॉरेंटाइन सेंटर में 1163 संदिग्ध भर्ती है. उन्होंने कहा कि बीकानेर में अब केवल पांच कंटेनमेंट जोन है, जिनमें सुनारों की गुवाड़, जयनारायण व्यास कॉलोनी, नापासर नोखा के साथ ही गुरुवार को सामने आया 1 पॉजिटिव, जो सिविल लाइंस क्षेत्र से है.
पढ़ेंः जयपुर: 2,500 रुपए की रिश्वत लेते हुए GPF विभाग का बाबू ट्रैप
बीकानेर में क्वॉरेंटाइन सेंटर में बिना गुणवत्ता के खाने के मामले को लेकर उठे विवाद पर उन्होंने कहा कि इसमें सीधा सीएमएचओ का कोई लेना देना नहीं है. उनका कहना है कि यह तो मेडिकल कॉलेज प्रशासन की देखरेख में होता है. कोरोना काल में सांसद निधि से खरीदे गए मास्क की घटिया क्वालिटी के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर सप्लायर कंपनी को वापस मास्क भेज दिए गए और उस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड भी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कंपनी को किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया है.