बीकानेर. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले ऊंट उत्सव के आयोजन पर एक बार फिर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. दरअसल पिछले साल कोरोना के चलते फेस्टिवल का आयोजन नहीं हुआ था. लगातार 25 सालों से बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय उत्सव का आयोजन हो रहा है और इस बार 7 से 9 जनवरी तक इसका आयोजन होना है.
हालांकि पिछले कई सालों से यह आयोजन 2 दिन का हो रहा है लेकिन एक बार फिर पुरानी परंपरा के तहत इसे इस बार 3 दिन का करने का निर्णय किया गया. एक दिन रेतीले धोरों पर देशी और विदेशी सैलानियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव (bikaner camel festival in doubt) के आयोजन करने का निर्णय किया गया था, लेकिन शुक्रवार को महिला अधिकारिता विभाग की ओर से 7 जनवरी से बीकानेर में संभाग स्तरीय अमृता हाट मेले कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते निरस्त कर दिया गया है. ऐसे में बीकानेर में अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के साथ ही राज्य सरकार की ओर से प्रवासी उद्यमियों के प्रोत्साहन के लिए आयोजित होने वाली इन्वेस्टर मीट के जिले स्तर पर बीकानेर में आयोजन पर भी संशय हो गया है.
दरअसल बीकानेर जिला प्रशासन ने 12 जनवरी को बीकानेर में इन्वेस्टर मीट के आयोजन की तैयारियां की हुई हैं. अब राज्य सरकार ने कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन (rajasthan government corona guidelines) जारी की है और शुक्रवार को ही कोरोना की समीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक में 3 जनवरी से सरकार की ओर से सख्ती की संभावना है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव और इन्वेस्टर मीट जैसे सरकारी आयोजन पर संशय हो गया है.
देश विदेश से आते हैं सैलानी
दरअसल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से अंतर्राष्ट्रीय उत्सव का आयोजन बीकानेर में किया जाता है. 2 दिन तक इस आयोजन में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी बीकानेर आते हैं लेकिन अब कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बाद की जाने वाली सख्तियों से इसके आयोजन पर संशय नजर आ रहा है.