बीकानेर. 1971 के भारत-पाक युद्ध में बीकानेर सेक्टर मुख्यालय की चौकियों पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवान, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अदम्य साहस और वीरता के साथ शौर्य का परिचय दिया. ऐसे जवानों के प्रति अपनी कृतज्ञता को व्यक्त करते हुए सीमा सुरक्षा बल ने शुक्रवार को बीकानेर सेक्टर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में 22 जवानों को सम्मानित किया.
इस दौरान अपनों के बीच आकर ये जवान खासे खुश नजर आए. बीएसएफ से सेवानिवृत होने के बाद पहली बार बीएसएफ की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देश की रक्षा के लिए खुद के सम्मान से यह खुद को सैनिक गौरवान्वित महसूस कर रहे थे. बीएसएफ के आईजी आयुषमणि तिवारी ने कहा कि युद्ध को 50 साल होने को हैं और अब देश के प्रधानमंत्री ने भी दीपावली के मौके पर बीएसएफ सैनिकों के साथ दीपावली मनाई और पूरे साल भर इस तरह के आयोजन चलेंगे. इसी कड़ी में यह आयोजन भी किया गया है कि जिन सैनिकों की बदौलत दिए सब देश की रक्षा पंक्ति में सबसे आगे खड़ी है और युद्ध के समय जिन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है, उनका सम्मान किया जाना चाहिए.
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इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों के साथ ही सीमा सुरक्षा बल के टाइटल सॉन्ग पर भी यह जवान खूब सुने और इस दौरान बीएसएफ के अधिकारी और जवान भी मौजूद रहे. इस दौरान सीमा की सुरक्षा को लेकर साइबर अपराध से जुड़े सवाल पर बीएसएफ के आईजी इस आयुषमणि तिवारी ने कहा कि निश्चित तौर पर सीमा की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. सीमा पार से राष्ट्र विरोधी ताकतें और दुश्मन देश संचार क्रांति का दुरुपयोग करने का प्रयास कर रही है, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि इसको लेकर बीएसएफ के जवानों और अधिकारियों को भी सोशल मीडिया पर सतर्क रहने की हिदायतें लगातार दी जाती रही हैं और बीएसएफ इंटेलिजेंस भी इन पर नजर रखती है.