भीलवाड़ा. देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगाया गया है, जिसका सबसे व्यापक असर उद्योग-धंधों और अर्थ व्यवस्था पर पड़ा है. लोगों की नौकरियां जा रही हैं और श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. मजदूरों के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है. वहीं, इस कोरोना वायरस का कहर अब भीलवाड़ा के रेडिमेड गारमेंट बनाने वाली कंपनियों पर भी पड़ने लगा है. कंपनियों ने पिछले 4 महीने से अपने श्रमिकों को वेतन नहीं दिया है. वहीं, वेतन नहीं मिलने के कारण परेशान श्रमिकों में आक्रोश व्याप्त हो गया.
परेशान श्रमिकों ने गुरुवार को जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. इससे पहले उन्होंने हरणी महादेव स्थित कंपनी क के बाहर प्रदर्शन किया. श्रमिकों ने मालिकों पर आरोप लगाया कि कंपनी हमें तनख्वाह नहीं दे रही है. साथ ही उन्हें काम से भी बाहर निकाल दिया जा रहा है. इसके कारण उन्होंने प्रदर्शन करना शुरू किया है. हमारी मांग है कि हमें काम और तनख्वाह प्रदान की जाए.
श्रमिक धनराज चौबे और शमिता बलाई का कहना है कि वे लोग रेडीमेड कपड़े बनाने का काम करते हैं. इस कंपनी में 10 साल से कार्य कर रहे हैं, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के बाद से ही हमें हमारा वेतन नहीं मिला है. जब से लॉकडाउन लगा उसके बाद से ही हमें तनख्वाह नहीं दी गई. जिसके कारण अब हमारा घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है. जब वह कंपनी में तनख्वाह की मांग करने गए तो कंपनी वालों ने काम बंद होने की बात कहकर उन्हें बाहर निकाल दिया.
श्रमिकों का कहना है कि यह लोग हमें दूसरी कंपनी में भी काम करने नहीं दे रहे हैं और यहां काम करने की तनख्वाह भी नहीं दे रहे हैं. इसलिए श्रमिकों ने तनख्वाह को लेकर कंपनी के बाहर और कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.