भीलवाड़ा. फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों और मालिकों के बीच वेतन का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को श्रमिकों ने जिला कलेक्ट्रेट पर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. श्रमिकों ने लॉकडाउन में मालिकों की तरफ से वेतन नहीं देने और नौकरी से निकाले जाने के विरोध में मौन जुलूस भी निकाला. श्रमिकों ने जिला कलेक्टर शिव प्रकाश को श्रम मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने लॉकडाउन का बकाया वेतन दिलाने और नौकरी वापस दिलाने की मांग रखी हैं.
भारतीय ट्रेड यूनियन सीटू के प्रांतीय प्रतिनिधि ओमप्रकाश दीवानी ने कहा कि पूर्व जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने फैक्ट्री मालिकों, ठेकेदारों और श्रमिकों के बीच वार्ता करवा कर निर्णय लिया था कि लॉकडाउन पीरियड का श्रमिकों का भुगतान किया जाए और किसी भी मजदूर को बाहर नहीं निकाला जाए. लेकिन फैक्ट्री मालिक इसे नहीं मान रहे हैं और ना ही हमें वेतन मिला है.
जब वेतन की मांग की गई तो श्रमिकों को फैक्ट्रियों से बाहर निकाल दिया जा रहा है. वहीं इसको लेकर हम काफी समय से मांग कर रहे हैं. ज्ञापन दे रहे हैं, प्रदर्शन भी कर रहे हैं. मगर अब तक हमारी मांगे पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. वहीं एक श्रमिक गोविंद सिंह ने कहा कि हमारे पास नौकरी नहीं होने के कारण अब हमारे सामने भूखा मरने की नौबत आ गई है. हमें वेतन और नौकरी दोनों दिलवाई जाए. हम लॉकडाउन के बाद से ही बेरोजगार हो गए हैं और फैक्टरी मालिकों ने भी हमें कोई भी सहायता करने से भी मना कर दिया.