भीलवाड़ा. केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे. जहां भीलवाड़ा सीमा में पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री तोमर का पुष्पमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया. स्वागत के बाद कैबिनेट मंत्री भीलवाड़ा नगर परिषद सभागार में नागरिक संशोधन एक्ट के समर्थन में जिले के लोगों को भी संबोधित किया. जहां पाकिस्तान से आए सिंध प्रांत के लोगों का भी केंद्रीय मंत्री तोमर ने माला पहनाकर स्वागत किया.
कार्यक्रम के बाद तोमर ने जेएनयू विवाद के मुद्दे पर कहा कि वामपंथी लोग लगातार इस बात की कोशिश करते हैं, जो देश विरोधी लोग हैं उनके साथ खड़े हुए हैं. कांग्रेस भी इन लोगों के साथ खड़ी है. जो भारत के टुकड़े टुकड़े कर देने की बात करते हैं. कोई भी शिक्षण संस्थाओं में हिंसा का कोई स्थान नहीं होता है. जानबूझकर हिंसा फैला कर शिक्षण शिक्षा जगत को बदनाम करना यह किसी भी तरह से उचित नहीं कहा जा सकता है और इसमें आम छात्र का कोई लेना देना नहीं है. इसमें राजनीतिक लोग शामिल हैं, तभी हिंसा हुई है.
वहीं प्रदेश में पश्चिमी राजस्थान में टिड्डी के प्रकोप को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि का टिड्डी का प्रकोप जालोर, जैसलमेर, बाड़मेर में है. हम लोगों ने 1 मार्च से लगातार इस प्रकोप से निपटने के लिए पूरी तैयारी की है. गुजरात में फ्री हो गए, जालोर में भी अभी से फ्री हो गए. जैसलमेर और बाड़मेर में टिड्डी का प्रकोप है. आज भी हमने 10 नई मशीनें खरीद कर वहां पहुंचाई हैं. 75 लोगों का हमारा स्टाफ इसमें लगा हुआ है.
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साथ ही इस मामले में सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे विषय पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. उनको अपने प्रशासन का उपयोग करके जो केमिकल का टिड्डी मारने के लिए अधिकृत हैं, उनकी की टीम को भी उनका सहयोग करना चाहिए. जिससे वहां टिड्डी खत्म हो सके.
वहीं हाल ही में ओवैसी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वह भी जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन इन सब नेताओं की कलई खुल चुकी है. देश का मुसलमान भी इस बात को समझ चुका है. वामपंथी हो, चाहे कांग्रेस हो, चाहे ओवैसी हो यह सिर्फ गुमराह कर रहे हैं. हिंदू-मुसलमान को अलग करने की असफलता होगी.
वहीं हाल ही में गुरुवार को नीति आयोग की बैठक में अर्थशास्त्र द्वारा देश की इकोनॉमी डाउन होने के सवाल पर कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में अर्थशास्त्रियों की बैठक बजट पूर्व होती है. इस बजट की बैठक में भी देश के आर्थिक ज्ञान रखने वाले बैठक में मौजूद हों. आगे बजट कैसा हो और इस मामले में सुझाव दिए. मुझे लगता है कि सरकार इनका विश्लेषण कर बजट में काम करेगी और देश की इकोनॉमी बढ़ाने की कोशिश करेगी.