भीलवाड़ा. राज्य में बजरी खनन की पड़ताल को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित सेंट्रल एम्पावर्ड कमेटी भीलवाड़ा पहुंची. भीलवाड़ा पहुंचने पर उनका जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने अगवानी की. यह सेंट्रल एम्पावर्ड कमिटी 25 अक्टूबर तक राजस्थान के दौरे पर रहेगी, जहां भीलवाड़ा जिले से गुजरने वाली बनास, कोठारी नदी में बजरी खनन का आज दिन में निरीक्षण करेगी.
भीलवाड़ा जिले की नदियों में हो रही वैध और अवैध बजरी खनन और परिवहन का निरीक्षण करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय की ओर से गठित 3 सदस्य केंद्रीय एम्पावर्ड कमेटी नई दिल्ली की टीम आज भीलवाड़ा पहुंच चुकी है. आज दिन में जिले की बनास और कोठारी नदी में हो रही बजरी खनन का निरीक्षण करेगी. टीम खनन के जारी पट्टों की भी जांच करेगी, ताकि वैध और अवैध खनन क्षेत्र का पता चल सके.
वहीं यह टीम शनिवार को टोंक और नागौर जाएगी. कमेटी के अध्यक्ष पी वी जया कृष्णनन, सचिव अमरनाथ सेठी और सदस्य महेंद्र व्यास भीलवाड़ा पहुंचे. भीलवाड़ा सर्किट हाउस में जिला कलेक्टर जिला और पुलिस अधीक्षक ने अगवानी की. कमेटी आज जिले के धूल खेड़ा, हासियास, पीपली के अलावा कई गांवों के खनन पट्टों और नदियों का निरीक्षण करेगी.
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भीलवाड़ा जिले से गुजरने वाली बनास, कोठारी, खारी और मानसी नदी पर व्यापक स्तर पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी अवैध बजरी दोहन हो रहा है, जहां रात के अंधेरे में बजरी माफिया यहां से बजरी परिवहन कर राज्य के अन्य जिलों में महंगे दामों पर बेचते हैं, जिसकी गूंज विधानसभा में भी उठी थी. कई बार शिकायत करने के बाद भी बजरी पर लगाम नहीं लगी है. इसी को लेकर सेंट्रल टीम आज यहां निरीक्षण करने आई है.